प्रशांत किशोर ने भी ‘दीदी’ का साथ छोड़ दिया: भाजपा
चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर को पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह द्वारा प्रधान सलाहकार नियुक्त किए जाने पर भाजपा ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी पर तंज कसा और कहा कि अब तो उन्होंने (किशोर ने) भी ‘‘दीदी’’ का साथ छोड़ दिया है.
नयी दिल्ली, 2 मार्च : चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishore) को पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh) द्वारा प्रधान सलाहकार नियुक्त किए जाने पर भाजपा ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी पर तंज कसा और कहा कि अब तो उन्होंने (किशोर ने) भी ‘‘दीदी’’ का साथ छोड़ दिया है. भाजपा मुख्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन (Press conference) के दौरान एक सवाल के जवाब में पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, ‘‘प्रशांत ने भी दीदी का साथ छोड़ दिया है. इससे पहले कि चुनाव के नतीजे घोषित हो, दीदी के सबसे बड़े सलाहकार घर छोड़कर दूसरे के घर जा रहे हैं.’’
ज्ञात हो कि प्रशांत किशोर पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के प्रमुख रणनीतिकार के रूप में काम कर रहे हैं. पश्चिम बंगाल में 27 मार्च से आठ चरणों में विधानसभा चुनाव होने हैं. हाल के वर्षों में वह कई विधानसभा चुनावों में भाजपा-विरोधी दलों के लिए काम कर चुके हैं. पात्रा ने कहा कि प्रशांत किशोर का अमरिंदर सिंह के साथ जाना अपने आप में बहुत कुछ कहता है.
उन्होंने कहा, ‘‘अमित शाह (केंद्रीय गृह मंत्री) और जे पी नड्डा (भाजपा अध्यक्ष) हर बार कहते हैं कि बंगाल में भाजपा की सीटें 200 के पार होंगी. आज हर कोई इस बात को स्वीकार करता है और जो तथाकथित राजनीतिक सलाहकार है वह भी इस बात से अच्छी तरह से अवगत हैं.’’ यह भी पढ़ें : Ayodhya Airport Construction: अयोध्या एयरपोर्ट के लिए प्रदेश सरकार ने खोला खजाना
अमरिंदर सिंह ने सोमवार को खुद यह घोषणा की थी कि प्रशांत किशोर को उनका प्रधान सलाहाकार नियुक्त किया गया है.
यह नियुक्ति काफी महत्व रखती है क्योंकि अगले साल की शुरुआत में पंजाब में विधानसभा चुनाव होने हैं. किशोर की कंपनी, इंडियन पॉलिटिकल एक्शन कमेटी पश्चिम बंगाल के आगामी चुनाव में ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस की सहायता कर रही है. किशोर ने 2017 के पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के चुनाव अभियान को भी संभाला था जब पार्टी 117 सदस्यीय सदन में 77 सीटें जीतकर सत्ता में पहुंची थी. किशोर ने वर्ष 2014 के आम चुनाव में नरेंद्र मोदी के अभियान की कमान संभाली थी.