श्रीलंका में ईस्टर के दिन हुए आतंकी हमला के बाद सार्वजनिक स्थानों पर मुस्लिम महिलाओं को बुर्का पहनने पर प्रतिबंध लगा दी गई है. जिसके बाद शिवसेना (Shivsena) भी चाहती है कि भारत में भी बुर्का पर पाबंदी लगाया जाए. शिवसेना के इस मांग के बाद जहां पूरे देश में विरोध होना शुरू हो गया है. वहीं इस विवाद में भोपाल से बीजेपी (BJP) की उम्मदीवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर भी (Pragya Singh Thakur) कूद पड़ी है. उन्होंने अपने एक बयान में कहा कि देश हित की सुरक्षा को ध्यान रखते हुए बुर्के पर प्रतिबंध लगाना चाहिए.
साध्वी प्रज्ञा सिंह ने अपने बयान में कहा कि ‘’अगर देश की सुरक्षा के लिए यह जरूरी है तो इसपर बैन लगना चाहिए. जब हम सुरक्षा जांच के लिए हवाई अड्डे पर बुर्का हटाने के लिए कहते हैं तो हम विरोध नहीं करते. विदेशों में निर्वस्त्र कर देते हैं.’’ उन्होंने आगे कहा, ‘’लोकतंत्र में हमें यह निर्णय देश के हित में लेना चाहिए. सरकार के बजाय खुद मुस्लिम समुदाय को बुर्के पर बैन का निर्णय लेना चाहिए.’’ यह भी पढ़े: शिवसेना की बुर्के पर बैन की मांग पर रामदास अठावले का विरोध, कहा- सभी मुस्लिम महिलाएं आतंकवादी नहीं
बता दें कि शिवसेना ने अपने मुखपत्रों 'सामना' के संपादकीय में कहा है, ‘’इस प्रतिबंध की अनुशंसा आपातकालीन उपाय के तौर पर की गई है जिससे कि सुरक्षा बलों को किसी को पहचानने में परेशानी ना हो. नकाब या बुर्का पहने हुए लोग राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा हो सकते हैं. इसलिए इसपर प्रतिबंध लगना चाहिए.’ वहीं, शिवसेना की इस मांग को आरपीआई नेता रामदास अठावले ने खारिज करते हुए इस मांग का विरोध किया है. तो वहीं एनसीपी प्रवक्ता नवाब मालिक ने भी विरोध जताते हुए कहा है कि केंद्र में उनकी सरकार है वे खुद फैसला लें.