Delhi Pollution: दिल्लीवासियों के लिए राहतभरी खबर, प्रदूषण में आई 15 फीसदी की गिरावट
दिल्ली में वायु गुणवत्ता (Photo Credits-ANI Twitter)

नई दिल्ली, 30 मार्च : दिल्ली सरकार (Delhi Government) के मुताबिक, राजधानी दिल्ली (Delhi) में प्रदूषण कम हुआ है. दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय (Environment Minister Gopal Rai) ने सीएसई की रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि इसके मुताबिक, 2018-20 के बीच प्रदूषण कण पीएम-2.5 का स्तर दिल्ली में 25 प्रतिशत कम हुआ है. यह भी पढ़े: Delhi-NCR Weather: दिल्ली-एनसीआर में बदला मौसम का मिजाज, चल रही आंधी, तापमान में गिरावट से लोगों को मिली गर्मी से राहत

स्वीडन (Sweden) की आईक्यू एयर डॉट कॉम की रिपोर्ट ने भी दिल्ली में 15 प्रतिशत प्रदूषण कम होने का दावा किया है. पर्यावरण मंत्री ने कहा कि कभी दिल्ली दुनिया के प्रदूषित शहरों में पहले-दूसरे स्थान पर होती थी, जो आज 10वें स्थान पर है. सीएसई की रिपोर्ट में दिल्ली में 24 घंटे विद्युत आपूर्ति, पॉवर प्लांट बंद करने, हॉट स्पॉट चिन्हित करने, उद्योगों को पीएनजी पर शिफ्ट करने, वायु गुणवत्ता की नियमित निगरानी और ईवी पॉलिसी जैसे केजरीवाल सरकार के उठाए गए कदमों का जिक्र है.

राय ने मंगलवार को कहा कि अंतर्राष्ट्रीय संगठन आईक्यू एयर डॉट कॉम स्वीडन और सेंटर फॉर साइंस एनवायरमेंट (सीएसई) ने प्रदूषण को लेकर रिपोर्ट जारी की है. आईक्यू एयर डॉट कॉम की रिपोर्ट दुनिया और भारत के अलग-अलग शहरों में पीएम 2.5 और पीएम 10 का स्तर बताती है. इस रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत के अंदर दिल्ली प्रदूषण के मामले में पहले नंबर एक या नंबर दो पर हुआ करता था. दिल्ली आज अपने प्रदूषण को कम करते हुए 10वें नंबर पर पहुंच चुका है. उसके ऊपर गाजियाबाद, बुलंदशहर, बिसरख, भिवानी, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, कानपुर, लखनऊ आदि शहर हैं.

सीएसई की रिपोर्ट में दिल्ली को लेकर दो बार आंकड़े लिए गए हैं. सीएसई ने 2015 से 17 के बीच और अभी 2018 से 20 के बीच में अध्ययन किया है. रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली में पीएम-2.5 का स्तर 25 फीसदी से ज्यादा कम हुआ है. यह रिपोर्ट मुख्यतौर पर 5 बिंदुओं को प्रमुखता से प्रदर्शित करती है.

गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली पहला राज्य है, जिसने प्रदूषण पैदा करने वाले अपने पावर प्लांट बंद कर दिए हैं, जबकि दिल्ली के आसपास सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद 12 प्रदूषणकारी संयंत्र चल रहे हैं और वे आज तक बंद नहीं किए गए हैं.