राहुल ने पीएम मोदी पर साधा निशाना, कहा- प्रधानमंत्री राफेल मामले की जांच से क्यों डर रहे हैं
रक्षा मंत्रालय से राफेल सौदे से संबंधित दस्तावेजों की चोरी की जांच की केंद्र की धमकी के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ सामानांतर बातचीत करने और भारत को फ्रांसीसी जेट की डिलीवरी में देरी के लिए जांच की मांग की.
नई दिल्ली: रक्षा मंत्रालय से राफेल (Rafale) सौदे से संबंधित दस्तावेजों की चोरी की जांच की केंद्र की धमकी के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ सामानांतर बातचीत करने और भारत को फ्रांसीसी जेट की डिलीवरी में देरी के लिए जांच की मांग की. राहुल ने यहां मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि चोरी हुए दस्तावेज स्पष्ट रूप से बताते हैं कि जेट की देरी और उसकी कीमत बढ़ने के लिए प्रधानमंत्री जिम्मेदार थे.
राहुल ने कहा, "सरकार अब कहती है कि वह राफेल फाइलें चोरी होने के लिए मीडिया की जांच करेगी. लेकिन जिसने (मोदी) समानांतर बातचीत की, उसकी जांच क्यों नहीं होगी." उन्होंने कहा, "अगर दस्तावेज चोरी हो गए हैं तो इसका मतलब है कि वे प्रामाणिक हैं और वे स्पष्ट रूप से बताते हैं कि प्रधानमंत्री द्वारा समानांतर बातचीत की गई थी. जेट की कीमत बढ़ाई गई थी और जेट की डिलीवरी में देरी हुई थी."
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राहुल ने कहा, "दस्तावेजों के बारे में जांच होने दें लेकिन साथ ही राफेल (सौदे) में प्रधानमंत्री की भूमिका की भी जांच करें." राफेल जेट की खरीद पर 'क्लीन चिट' देने के 14 दिसंबर के फैसले पर सर्वोच्च न्यायालय में पुनर्विचार याचिका की सुनवाई के दौरान दी गई केंद्र की दलीलों का जिक्र करते हुए कहा राहुल ने कहा कि सरकार और इसकी मशीनरी का एकमात्र उद्देश्य चौकीदार को बचाना है.
संयुक्त संसदीय समिति (Joint Parliamentary Committee) द्वारा जांच की कांग्रेस पार्टी की मांग को खारिज करने पर राहुल ने सवाल किया कि मोदी सौदे की जांच से क्यों डर रहे हैं. दस्तावेजों का हवाला देते हुए राहुल ने कहा कि भारतीय वार्ता दल ने स्पष्ट रूप से कहा कि प्रधानमंत्री ने अपने उद्योगपति मित्र को सौदे में 30,000 करोड़ रुपये का फायदा पहुंचाने के लिए समानांतर बातचीत की थी.