कोलकाता: पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ आज केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से करेंगे मुलाकात, 2 दिन के दिल्ली दौरे के लिए हुए रवाना
राज्यपाल जगदीप धनखड़ (Photo Credits: IANS)

कोलकाता, 29 अक्टूबर: गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (JJM) के नेता बिमल गुरुंग (Bimal Gurung), जो गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत 2017 के बाद से अंडरग्राउंड थे, वे 21 अक्टूबर को कोलकाता में फिर से सामने आए हैं. इसके बाद से राजनीतिक समीकरण बदल गए हैं और 2021 में होने वाले महत्वपूर्ण राज्य विधानसभा चुनावों से पहले पश्चिम बंगाल (West Bengal) के पहाड़ी जिले दार्जिलिंग के समीकरणों में भारी बदलाव देखने को मिल रहा है. वर्तमान राजनीतिक परिश्य के मद्देनजर, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) ने बुधवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) से मिलने के लिए राष्ट्रीय राजधानी के लिए उड़ान भरी. धनखड़ 28 से 30 अक्टूबर तक दिल्ली की आधिकारिक यात्रा पर हैं.

राज्यपाल बुधवार शाम को दिल्ली (Delhi) के लिए रवाना हुए और 30 अक्टूबर को कोलकाता लौट आएंगे. यह उम्मीद है कि वह गुरुवार को शाह से मुलाकात करेंगे. सूत्रों के मुताबिक, धनखड़ दार्जिलिंग की यात्रा करेंगे और दिल्ली से लौटने के बाद एक महीने तक वहां रहेंगे. सूत्रों ने कहा कि पश्चिम बंगाल के गवर्नर एक से 30 नवंबर तक पूरा महीना दार्जिलिंग में बिताएंगे और इस दौरान वह वहीं से सारा आधिकारिक कार्य संभालेंगे. एक अधिकारी ने कहा, "वह अपने महीने भर के प्रवास के दौरान लोगों के साथ विभिन्न बैठकें करेंगे. एक नवंबर को दार्जिलिंग पहुंचने पर राज्यपाल एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करेंगे."

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धनखड़ की दार्जिलिंग की प्रस्तावित यात्रा उस समय महत्वपूर्ण हो जाती है, जब गुरुं ग ने केंद्र में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के साथ सभी राजनीतिक संबंधों को तोड़ दिया है और उन्होंने खुले तौर पर घोषणा की कि वह 2021 के विधानसभा चुनावों में तृणमूल कांग्रेस का समर्थन करेंगे.

गुरुंग कोलकाता (Kolkata) के गोरखा भवन में पिछले सप्ताह सॉल्ट लेक की सैटेलाइट टाउनशिप में दिखाई दिए थे. मीडियाकर्मियों के साथ बातचीत करते हुए उन्होंने कहा था, "हम अपनी गोरखालैंड की मांग से दूर नहीं जा रहे हैं. हम केवल उस पार्टी का समर्थन करेंगे, जो इसे आगे ले जाएगी. केंद्र ने हमसे जो प्रतिबद्धता जाहिर की थी, वह पूरी नहीं हुई. लेकिन पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने अपने किए गए सभी वादों को पूरा किया है." उन्होंने आगे कहा कि उनकी पार्टी अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों में ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस का समर्थन करेगी.