पश्चिम बंगाल (West Bengal) में भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष (Dilip Ghosh) ने मंगलवार को यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया कि जो बुद्धिजीवी बीफ (Beef) खाते हैं और गायों (Cows) का ‘‘अपमान’’ करते हैं उन्हें कुत्ते का मांस (Dog Meat) भी खाना चाहिए. उनकी टिप्पणी पर तृणमूल कांग्रेस (TMC) के वरिष्ठ नेता सुब्रत मुखर्जी ने तीखी टिप्पणी की. उन्होंने कहा, ‘‘बंगाल के लोग इस तरह के बेवकूफी भरे बयानों के साथ ज्यादा अच्छा न्याय करेंगे.’’ बंगाल से लोकसभा सदस्य घोष ने यह भी कहा कि ‘‘किसी भी तरह का मांस’’ घर पर खाना चाहिए, न कि सड़कों पर. प्रदेश भाजपा प्रमुख ने कहा कि गाय के दूध में सोना होता है. उन्होंने कहा कि लोगों को विदेशी पालतू कुत्तों का मलमूत्र साफ करके गर्व होता है लेकिन वे ‘‘हमारी माता’’ का आदर नहीं करते.
घोष ने बर्धमान में एक कार्यक्रम के इतर पत्रकारों से कहा, ‘‘कुछ बुद्धिजीवी सड़कों पर बीफ खाते हैं, मैं उन्हें कुत्ते का मांस भी खाने के लिए कहता हूं. उनका स्वास्थ्य ठीक रहेगा चाहे वे किसी भी पशु का मांस खाए लेकिन सड़कों पर क्यों? अपने घर पर खाओ.’’ सांसद ने दावा किया कि गायों का अपमान और वध करना भारत में अपराध है. उन्होंने कहा, ‘‘देसी गायों के दूध में सोना होता है इसलिए उसका रंग भूरा होता है और स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है. कुछ बुद्धिजीवी हैं जिन्हें गाय को माता के रूप में पूजना अपमानजनक लगता है लेकिन विदेश कुत्तों का मलमूत्र साफ करने में गर्व होता है.’’
घोष ने आगाह किया कि जो भी ‘‘मेरी मां’’ से दुर्व्यवहार करेगा, उनसे वैसा ही व्यवहार किया जाएगा. उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय गाय विशेष नस्ल की हैं जिनका दूध सोने का होता है. विदेशी नस्ल जैसे कि जर्सी गायों का दूध सोने का नहीं होता. साथ ही उनका दूध स्वास्थ्यवर्धक भी नहीं होता.’’ यह भी पढ़ें- पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष ने बांग्लादेशी मुस्लिमों को देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए बताया खतरा, कहा- राज्य में भी लागू हो NRC
प्रदेश पंचायत मंत्री मुखर्जी ने कहा कि उनके लिए अच्छा होगा कि घोष की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया न दी जाए. उन्होंने कहा, ‘‘हम ऐसे बयानों के बारे में क्या कह सकते हैं? बंगाल के लोग ऐसे बेवकूफी भरे बयानों के साथ बेहतर न्याय करेंगे.’’