Vishnu Savara Passes Away: महाराष्ट्र के पूर्व आदिवासी विकास मंत्री और बीजेपी नेता विष्णू सावरा का मुंबई में निधन, राज्यपाल ने जताया शोक
महाराष्ट्र के पूर्व आदिवासी विकास मंत्री विष्णू सावरा (Vishnu Savara) का मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया. विष्णू सावरा पिछले दो साल से लीवर की बिमारी से जूझ रहे थे. विष्णू सावरा की गिनती बीजेपी के दिग्गज नेताओं में होती थी. उनकी पैठ महाराष्ट्र में मजबूत मानी जाती थी. उनके निधन पर बीजेपी में शोक की लहर है. बीजेपी के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि, विष्णू सावरा के निधन के बाद बीजेपी ने एक सच्चा और समर्पित कार्यकर्ता को खो दिया. उन्होंने जो आदिवासी समाज के विकास के लिए काम किया है. उसके कभी भुला नहीं जा सकता है. उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान कई महत्वपूर्ण काम किए. जिन्हें हमेशा याद किया जाएगा.
मुंबई:- महाराष्ट्र के पूर्व आदिवासी विकास मंत्री विष्णू सावरा (Vishnu Savara) का मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया. विष्णू सावरा पिछले दो साल से लीवर की बिमारी से जूझ रहे थे. विष्णू सावरा की गिनती बीजेपी के दिग्गज नेताओं में होती थी. उनकी पैठ महाराष्ट्र में मजबूत मानी जाती थी. उनके निधन पर बीजेपी में शोक की लहर है. बीजेपी के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि, विष्णू सावरा के निधन के बाद बीजेपी ने एक सच्चा और समर्पित कार्यकर्ता को खो दिया. उन्होंने जो आदिवासी समाज के विकास के लिए काम किया है. उसके कभी भुला नहीं जा सकता है. उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान कई महत्वपूर्ण काम किए. जिन्हें हमेशा याद किया जाएगा.
महाराष्ट्र के गवर्नर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने विष्णु सावरा के निधन पर शोक व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि उनका जाना दुखदाई है. विष्णु सावरा ने आदिवासी लोगों के उत्थान के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया. मृदभाषी, संवेदनशील और अपने जिम्मेदारी के प्रति कर्तव्यदक्ष रहने वाले विष्णु सावरा जनता की सेवा के लिए हमेशा समर्पित रहते थे. विष्णु सावरा विधानमंडल के एक अनुभवी नेता थे. महाराष्ट्र में 'शरद पवार ग्रामीण समृद्धि योजना' होगी लागू, 3 साल में 10 हजार करोड़ रुपये होंगे खर्च, उद्धव सरकार आज लगा सकती है मुहर.
राज्यपाल ने ट्वीट कर जताया शोक
विष्णू सावरा बीजेपी में शामिल होने से पहले एक बड़े बैंक में मोटी तनख्वाह पर काम करते थे. लेकिन उनके मन में कुछ जनता के लिए करने का विचार हमेशा से ही रहा. एक दिन ऐसा भी आया जब उन्होंने मोटी तनख्वाह वाली नौकरी को अलिवदा कह दिया. उसके बाद राजनीति में कदम रखा. विष्णू सावरा ने भारतीय जनता पार्टी को चुना और उसके लिए समर्पित हो गए. साल 1980 में वाडा से विधानसभा चुनाव जीत कर उन्होंने बता दिया था कि उनकी पकड़ जनता में कितनी मजबूत है. लेकिन 1985 में उन्हें वाडा में हार का मुंह देखना पड़ा. लेकिन इसके बाद उन्होंने जनता की सेवा करना बंद नहीं किया और उसके बाद लगातार बीजेपी उनका कद बढ़ता चला गया.