उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू (Venkaiah Naidu) ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को उनकी जयंती पर बुधवार को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए देशवासियों से उनके बताए मार्ग पर चलने का आह्वान किया. नायडू ने 150वीं गांधी जयंती के अवसर पर बापू की समाधि ‘राजघाट’ और शास्त्री की समाधि ‘विजय घाट’ पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए.
नायडू ने अपने ट्वीट संदेश में कहा, “ गांधी जी एक विराट पुरुष थे जिनमें एक प्राचीन संत की दार्शनिकता तथा एक सामाजिक कार्यकर्ता का संकल्प और निष्ठा का अद्भुत संगम था.” उन्होंने कहा, “ औपनिवेशिक शोषण और दमन के विरूद्ध संघर्ष में सत्य और अहिंसा पर गांधी जी के विश्वास ने मार्टिन लूथर किंग (जूनियर), नेल्सन मंडेला जैसे विश्व के अनेक नेताओं पर स्थायी प्रभाव डाला.”
उप राष्ट्रपति ने बापू के अहिंसा के संदेश का महत्व बताते हुए कहा, “अहिंसा मनुष्य के हाथों में सबसे प्रभावी शक्ति है. यह मानव मेधा द्वारा बनाये गये सबसे विनाशकारी हथियार से भी अधिक शक्तिशाली है. भारतीय के रूप में यह हम सबके लिए गर्व की बात है कि संयुक्त राष्ट्र ने दो अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में स्वीकार किया है.”
उन्होंने आह्वान किया, “महात्मा गांधी ने सात गंभीर अपराधों से बचने की सलाह भी दी है - बिना काम किये अर्जित संपत्ति, अंतरात्मा के बिना उपभोग, चरित्र के बिना अर्जित ज्ञान, नैतिकता बिना व्यापार/व्यवसाय, मानवता से रहित विज्ञान, त्याग बिना धर्म तथा सिद्धांत विहीन राजनीति, ये मूलत: हमारी नैतिकता की कसौटी है.” उप राष्ट्रपति ने इस दौरान राजघाट पर आयोजित सर्व धर्म प्रार्थना सभा में भी भाग लिया.
इसके बाद उन्होंने विजय घाट पर देश के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की समाधि पर श्रद्धा सुमन अर्पित किये. नायडू ने ट्वीट किया, “ आज देश के पूर्व प्रधानमंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के अवसर पर दिल्ली के विजय घाट स्थित समाधि पर शास्त्री जी को पुष्पांजलि अर्पित की.” उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे अपने कर्तव्यों के प्रति दृढ़ता और सादगी के प्रति अटूट निष्ठा के शास्त्री जी के बताए मार्ग को जीवन में अपनाएं.