उत्तर प्रदेश बनेगा पान उत्पादन में नंबर 1, उत्पादकों की मुश्किलें दूर करेगी योगी सरकार

पान की बात की जाये और बनारसी पान की चर्चा न हो ऐसा मुमकिन नहीं है. फिल्मों से लेकर साहित्य तक और पान के शौकीनों में स्वाद के मामले में बनारसी पान का ओहदा सबसे ऊपर आता है. इसके अलावा भी राज्य के कई जिलों के पान अपनी खूबियों के लिए चर्चित हैं. इसके मद्देनजर उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार राज्य को पान उत्पादन के क्षेत्र में अग्रणी बनाने की तैयारी में जुट गई है.

सीएम योगी आदित्यनाथ (Photo Credits: PTI)

लखनऊ: पान की बात की जाए और बनारसी पान की चर्चा न हो ऐसा मुमकिन नहीं है. फिल्मों से लेकर साहित्य तक और पान के शौकीनों में स्वाद के मामले में बनारसी पान का ओहदा सबसे ऊपर आता है. इसके अलावा भी राज्य के कई जिलों के पान अपनी खूबियों के लिए चर्चित हैं. इसके मद्देनजर उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सरकार राज्य को पान उत्पादन के क्षेत्र में अग्रणी बनाने की तैयारी में जुट गई है.

योगी सरकार ने इसके लिए पान उत्पादकों की समस्याओं का निराकरण करने के साथ उन्हें तकनीकी प्रशिक्षण देने की व्यवस्था की है. प्रदेश के उद्यान मंत्री श्रीराम चौहान ने बताया, ‘‘राज्य सरकार ने प्रदेश में पान उत्पादकों की समस्याओं का निराकरण प्राथमिकता से करने की व्यवस्था करने के साथ ही पान उत्पादकों को तकनीकी प्रशिक्षण तथा उन्हें अन्य आवश्यक सुविधाएं सुलभ कराने की तैयारी की है.''

यह भी पढ़ें : गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पांच दिन संभालेंगे गोरक्ष पीठाधीश्वर का पद

चौहान ने कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश में व्यापारिक दृष्टिकोण से राज्य के कई जनपदों का पान आज भी पूरे देश में प्रसिद्ध है. पान की उत्पादकता मौसम के प्रभाव के कारण इससे पहले प्रभावित होती रही है, लेकिन राज्य सरकार ने इस ओर विशेष ध्यान केन्द्रित किया है और पान उत्पादकों को हर संभव सहयोग प्रदान करने का निर्णय किया है.’’

उन्होंने बताया, ‘‘प्रदेश में पान की खेती प्रमुख रूप से महोबा, ललितपुर, बांदा, कानपुर, जौनपुर, प्रतापगढ़, सुल्तानपुर, रायबरेली, हरदोई, उन्नाव, लखनऊ, आजमगढ़, देवरिया, बस्ती, मिर्जापुर, बाराबंकी, वाराणसी एवं गोरखपुर जनपदों में होती है. वर्तमान में उत्तर प्रदेश में 800 से 1000 हेक्टेयर में पान की खेती की जा रही हैं. पान की उन्नत खेती एवं इसके क्षेत्रफल को बढ़ाने के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है.’’

चौहान ने कहा कि प्रमुख कृषि उत्पादों में पान की खेती का प्रमुख स्थान है. कुछ इलाकों में यह उतना ही महत्वपूर्ण है जितना खाद्य या दूसरी नगदी फसलें हैं.’’ राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया, ‘‘सरकार का प्रयास है कि पान उत्पादन के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश अग्रणी राज्य बने. अब विभागीय अधिकारियों को जनपद स्तर पर भी पान उत्पादकों की कठिनाइयों के निराकरण की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये हैं.’’

पान उत्पादकों को लखनऊ के मलिहाबाद और प्रयागराज के खुशरुबाग स्थित ‘औद्योगिक प्रयोग एवं प्रशिक्षण केन्द्र’ के साथ-साथ महोबा स्थित ‘पान प्रयोग एवं प्रशिक्षण केंद्र’ में पान उत्पादकों को तकनीकी प्रशिक्षण दिया जा रहा है. सुल्तानपुर के पान उत्पादक दीपू दुबे ने 'भाषा' से कहा, ''तकनीकी प्रशिक्षण और आवश्यक सुविधाएं मिल जाएं तो निश्चित तौर पर उत्तर प्रदेश पान के मामले में देश का अग्रणी राज्य बनेगा.''

Share Now

\