लखनऊ. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) से एक बड़ी खबर सामने आ रही है. बताना चाहते है कि सूबे के विधानसभा में 100 से अधिक विधायक अचानक अपनी ही सरकार के खिलाफ अचानक धरने पर बैठ गए. इस पुरे वाकये की लगातार चर्चा हो रही है. इसके साथ ही धरने पर बैठे बीजेपी विधायकों का समर्थन विपक्षी पार्टियों के विधायकों ने भी किया. इस दौरान 'विधायक एकता जिंदाबाद के भी नारे सदन में लगाए गए. हालांकि शाम 6 बजे नाराज विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष से मुलाकात कर अपनी समस्या बताई. जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष से आश्वासन मिलने के बाद विधायकों ने अपना डरना खत्म किया.
जानकारी के अनुसार भारतीय जनता पार्टी के विधायक नंद किशोर गुर्जर अपने साथ हुए राज्य की पुलिस द्वारा उत्पीड़न किये जाने को लेकर सदन में अपना पक्ष रखना चाहते थे लेकिन उन्हें बोलने नहीं दिया गया. जिसके बाद वहां मौजूद अन्य बीजेपी विधायक भी उनके समर्थन में आ गए। इस दौरान गुर्जर के समर्थन में विपक्षी पार्टियों के विधायक भी नजर आये. यह भी पढ़े-उत्तर प्रदेश: योगी सरकार ने किया दावा, कहा- राज्य में घटा क्राइम ग्राफ
समाजवादी पार्टी के एमएलसी आनंद भदौरिया ने ट्वीट कर दी जानकारी-
विधानसभा कल तक स्थगित होने के बाद भी भाजपा के 100 से ज़्यादा विधायक सदन में अपनी ही सरकार में उपेक्षित होने के कारण बैठे!
इस समय सदन में विपक्ष सहित 200 से ज़्यादा विधायक सरकार की तानाशाही के ख़िलाफ़
यानी सरकार अल्पमत में
समय से पहले जनता को कुकर्मियों से निजात मिलने की उम्मीद pic.twitter.com/JqguyjVvKU
— Anand Bhadauria (@BhadauriyaAnand) December 17, 2019
इस पुरे मामले को लेकर समाजवादी पार्टी के नेता राम गोविंद चौधरी ने कहा कि हम सभी सदन के सदस्य हैं. इसलिए एक विधायक का अपमान सबका अपमान है. अगर उसे सदन में अपनी बात रखने का मौका नहीं दिया जाएगा तो वो कहां बोलेगा? नाराज विधायकों की मांग है कि गाजियाबाद के एसएसपी सुधीर सिंह को सदन में बुलाकर कार्रवाई की जाए. नाराज विधायकों का यह भी कहना है कि अगर एसएसपी पर कार्रवाई न हुई तो वह बुधवार सुबह भी विरोध प्रदर्शन करेंगे.