UP Election 2022: वाराणसी में मिले ईवीएम ट्रेनिंग के लिए थे, जांच में सामने आया सच, चुनाव आयोग ने कहा- धांधली के आरोप अफवाह
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की मतगणना से ठीक पहले इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) चर्चा में आ गया है. दरअसल समाजवादी पार्टी (सपा) और उसके सहयोगी दल वाराणसी में ईवीएम पकड़े जाने का हवाला देते हुए गड़बड़ी का आरोप लगा रहे है. हालांकि चुनाव आयोग ने सभी आरोपों का खंडन किया है.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly Election 2022) की मतगणना से ठीक पहले इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) चर्चा में आ गया है. दरअसल समाजवादी पार्टी (सपा) और उसके सहयोगी दल वाराणसी में ईवीएम पकड़े जाने का हवाला देते हुए गड़बड़ी का आरोप लगा रहे है. हालांकि चुनाव आयोग ने सभी आरोपों का खंडन किया है. देर रात तक चले बवाल के बीच राजनीतिक दलों के सामने ही आयोग द्वारा ईवीएम की जांच की गई, जिसमें स्पष्ट हो गया कि कथित तौर पर वाराणसी में पकड़े गए ईवीएम प्रशिक्षण के लिए ले जाये जा रहे थे. प्रशिक्षण में जा रहीं थीं ईवीएम, कुछ लोगों ने चुनाव में प्रयुक्त ईवीएम कहकर अफवाह फैलाई: आयोग
रिपोर्ट्स के अनुसार, वाराणसी में ट्रक में मिले ईवीएम में बटन पर किसी दल के चुनाव निशान नहीं थे. जांच प्रक्रिया में यह बात साफ हो गई कि इन ईवीएम मशीनों का इस्तेमाल ट्रेनिंग के लिए हुआ था. यूपी के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बयान जारी कर कहा “कुछ मीडिया चैनलों द्वारा यह संज्ञान में लाया गया है कि वाराणसी में 8 मार्च को कुछ ईवीएम गाड़ी में ले जायी जा रही थीं जिन पर वहां उपस्थित राजनीतिक प्रतिनिधियों द्वारा आपत्ति की गई. जांच में यह पाया गया है कि ये ईवीएम प्रशिक्षण के लिए चिन्हित थीं.”
उल्लेखनीय है कि समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम, राष्ट्रीय सचिव राजेंद्र चौधरी और सहयोगी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर के एक प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को निर्वाचन आयोग को ज्ञापन सौंपकर वाराणसी में ईवीएम की चोरी का आरोप लगाया था.
इससे कुछ घंटे पहले ही समाजवादी पार्टी के प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सत्तारूढ़ बीजेपी पर प्रशासनिक मशीनरी के जरिये वोटों की चोरी का आरोप लगाया था. उन्होंने ट्वीट कर कहा “वाराणसी में ईवीएम पकड़े जाने का समाचार उप्र की हर विधानसभा को चौकन्ना रहने का संदेश दे रहा है. मतगणना में धांधली की कोशिश को नाकाम करने के लिए सपा-गठबंधन के सभी प्रत्याशी और समर्थक अपने-अपने कैमरों के साथ तैयार रहें. युवा लोकतंत्र व भविष्य की रक्षा के लिए मतगणना में सिपाही बने!”
उल्लेखनीय है कि सोमवार को विभिन्न एजेंसियों के एग्जिट पोल्स में फिर यूपी में बीजेपी की जीत की भविष्यवाणी की गई है. इसको लेकर भी सपा अध्यक्ष ने सवाल खड़े किए है. उन्होंने कहा कि एग्जिट पोल से ऐसा माहौल बनाना चहते हैं कि बीजेपी जीत रही है. ताकि चोरी भी करें तो पता ना लगे कि चोरी हुई है.