23 जनवरी: यूपी विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Election 2022) को लेकर बसपा प्रमुख मायावती (BSP chief Mayawati) ने कांग्रेस (Congress) और प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) पर निशाना साधा है. उन्होंने कांग्रेस को वोट काटने वाली पार्टी बताया. वहीं प्रियंका गांधी पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी की सीएम उम्मीदवार ने कुछ घण्टों के भीतर ही अपना स्टैंड बदल दिया. UP चुनाव से पहले अखिलेश यादव को बड़ा झटका, टिकट ना मिलने से विधायक हाजी रिजवान ने छोड़ी सपा
उन्होंने ट्वीट कर कहा "यूपी विधानसभा आमचुनाव में कांग्रेस पार्टी की हालत इतनी ज़्यादा ख़स्ताहाल बनी हुई है कि इनकी सीएम की उम्मीदवार ने कुछ घण्टों के भीतर ही अपना स्टैण्ड बदल डाला है. ऐसे में बेहतर होगा कि लोग कांग्रेस को वोट देकर अपना वोट ख़राब न करें, बल्कि एकतरफा तौर पर बीएसपी को ही वोट दें."
1. यूपी विधानसभा आमचुनाव में कांग्रेस पार्टी की हालत इतनी ज़्यादा ख़स्ताहाल बनी हुई है कि इनकी सीएम की उम्मीदवार ने कुछ घण्टों के भीतर ही अपना स्टैण्ड बदल डाला है। ऐसे में बेहतर होगा कि लोग कांग्रेस को वोट देकर अपना वोट ख़राब न करें, बल्कि एकतरफा तौर पर बीएसपी को ही वोट दें।
— Mayawati (@Mayawati) January 23, 2022
मायावती ने आगे कहा "यूपी में कांग्रेस जैसी पार्टियां लोगों की नज़र में वोट काटने वाली पार्टियाँ हैं. ऐसे में भाजपा को यूपी की सत्ता से बाहर करके यहां सर्वसमाज के हित में व इनके जाने-परखे नेतृत्व वाली सरकार की ज़रूरत है, जिसमें बीएसपी का स्थान वास्तव में नम्बर-1 पर है."
2. यूपी में कांग्रेस जैसी पार्टियाँ लोगों की नज़र में वोट काटने वाली पार्टियाँ हैं। ऐसे में भाजपा को यूपी की सत्ता से बाहर करके यहाँ सर्वसमाज के हित में व इनके जाने-परखे नेतृत्व वाली सरकार की ज़रूरत है, जिसमें बीएसपी का स्थान वास्तव में नम्बर-1 पर है।
— Mayawati (@Mayawati) January 23, 2022
आपको बता दें कि प्रियंका गांधी ने 22 जनवरी को बसपा पर हमला बोला था. उन्होंने BSP को BJP की B टीम बताया था, जिसके बाद अब मायावती ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने चुनाव में बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती की चुप्पी पर हैरानी जताई थी.
प्रियंका गांधी ने कहा था "हम हैरान हैं कि चुनाव शुरू हो गया है. इसके बावजूद वह अभी एक्टिव नहीं हैं. उन्होंने चुप्पी साध रखी है. यह मेरी समझ के बाहर है." उन्होंने कहा, "यह भी संभव है कि भाजपा सरकार मायावती पर दबाव बना रही हो."