CAA-NRC पर विपक्ष में फूट, ममता बनर्जी ने विपक्षी दलों की बैठक से किया किनारा- बोली ‘मैं अकेले लडूंगी’
ममता बनर्जी (Photo Credits-ANI)

कोलकाता: नागरिकता कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (NRC) को लेकर विपक्ष में फूट दिख रही है. तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की मुखिया ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने गुरुवार को कहा कि वह सीएए और एनआरसी के खिलाफ अकेले लड़ाई लड़ेंगी. इसके साथ ही टीएमसी नेता ने आगामी 13 जनवरी को होने वाली विपक्षी दलों की बैठक से भी खुद को दूर कर लिया है.

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दिल्ली में 13 जनवरी की विपक्षी बैठक का बहिष्कार करते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस और वामपंथी दल पश्चिम बंगाल में गंदी राजनीति खेल रहे हैं. इसलिए वह सीएए और एनआरसी के खिलाफ अकेले मोदी सरकार से लड़ेंगे. ममता बनर्जी ने कहा- CAA के विरोध का समर्थन करती हूं, लेकिन उसके खिलाफ बुलाए किसी भी बंद की हिमायत नहीं करूंगी

उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सरकार ने मुद्दों का समर्थन करते हुए कल के भारत बंद का विरोध किया था. 8 जनवरी को हुए भारत बंद का पश्चिम बंगाल में बड़ा असर दिखा. केंद्रीय ट्रेड यूनियनों की 24 घंटे की हडताल के दौरान खूब हिंसा और आगजनी की कई घटनाएं हुईं. कांग्रेस, माकपा और अन्य वामपंथी दलों के कोलकाता में रैलियां और जुलुस निकालने से महत्वपूर्ण सड़कों पर यातायात की आवाजाही प्रभावित हुई. वहीं ममता सरकार ने अपने सभी कर्मचारियों को ड्यूटी के लिए रिपोर्ट करने के लिए कहा था, और 7-9 जनवरी के बीच कोई आकस्मिक छुट्टी नहीं देने के निर्देश दिए थे.

सीएए और एनआरसी को लेकर 13 जनवरी को होने वाली बैठक से पहले कांग्रेस ने 11 जनवरी को अपनी शीर्ष नीति निर्धारण इकाई कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक बुलाई है. जिसमें संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शनों और जेएनयू में हिंसा के बाद बने हालात पर चर्चा होने की बात कही जा रही है.