Kalyan Singh Passes Away: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता कल्याण सिंह का पिछले कुछ दिन से लखनऊ के संजय गांधी स्नात्कोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (SGPG) में इलाज चल रहा था. शनिवार को सेप्सिस और मल्टी ऑर्गन फेल्योर के चलते कल्याण सिंह का 89 वर्ष की उम्र में निधन हो गया. उनके निधन पर सीएम योगी आदित्योयनाथ ने तीन दिन का राजकीय शोक की घोषणा की है. सीएम योगी ने कहा कि पूर्व सीएम कल्याण सिंह के निधन के बाद सोमवार को नरौरा के गंगा घाट पर शाम के समय उनका अंतिम संस्कार किया जायेगा. उनके अंतिम संस्कार के दिन 23 अगस्त को राज्य में सार्वजनिक छुट्टी रहेगी.
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री के निधन पर पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत बीजेपी के नेताओं के साथ ही दूसरे अन्य दल के नेताओं ने श्रधांजली दी हैं. कल्याण सिंह के निधन के बाद उनका पार्थिव शव पीजीआई से लखनऊ उनके निवास स्थान लाया गया है. जहां बीजेपी नेताओं के साथ ही उनके चाहने वाले लोग उनके परिवार के लोगों को सांत्वना और पूर्व सीएम कल्याण सिंह को श्रधांजली देने के लिए पहुंच रहे है. यह भी पढ़े: Kalyan Singh Dies: कल्याण सिंह के निधन से शोक में डूबा राजनीतिक गलियारा, पीएम मोदी, राजनाथ सिंह समेत इन दिग्गज नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
Three-day state mourning will be declared to condole the demise of Kalyan Singh. His last rites will be performed on the bank of Ganga in Narora in the evening of on August 23. There will be a public holiday on August 23: CM Yogi Adityanath in Lucknow https://t.co/LXfiBuezCH pic.twitter.com/WFeqX6nzVh
— ANI UP (@ANINewsUP) August 21, 2021
बता दें कि यूपी के पूर्व सीएम कल्याण सिंह और राजस्थान के पूर्व राज्यपाल की हालत गंभीर होने पर परिवार वालों ने उन्हें 4 जुलाई को लखनऊ के एसजीपीजीआई में भर्ती कराया था. उन्हें क्रिटिकल केयर आईसीयू (ICU) में रखा गया था. संस्थान के क्रिटिकल केयर, न्यूरोलॉजी, यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, इंडोक्राइनोलॉजी सहित विभिन्न विभागों के प्रोफेसरों की टीम उनके इलाज में लगी हुई थीं.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पूर्व सीएम को अस्पताल में भर्ती किये जाने के बाद उपचार के करीब 4 दिन बाद उनकी तबीयत में काफी सुधार हुआ, वह लोगों से बातचीत करने के साथ उनका जवाब भी दे रहे थे. लेकिन 17 जुलाई को उनकी तबियत फिर बिगड़ गई. उन्हें सांस लेने में तकलीफ बढ़ने पर ऑक्सीजन सपोर्ट दिया गया. अगले दिन फेफड़ों को जरूरत के अनुसार ऑक्सीजन न मिलने पर 18 जुलाई को गले में नली (नॉन इनवेसिव वेंटिलेशन) डाली गई. ज्यादा दिक्कत बढ़ने पर 21 जुलाई को वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया. इस बीच शनिवार को उनकी तबियत ज्यादा बिगड़ने पर उनका निधन हो गई.