भारत में इंटरनेट बंद के आंकड़े जारी कर दिग्विजय सिंह का PM मोदी-अमित शाह पर तंज, बोले-अगर कोई एतराज करता तो उसे “राजद्रोह” कहा जाएगा
देश में कृषि कानूनों को लेकर किसानों का घमासान जारी है. राजधानी दिल्ली में किसानों ने मोर्चा खोला हुआ है. गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हिंसा की घटना के बाद प्रशासन ने सावधानी बरतते हुए इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा दी थी. कांग्रेस की तरफ से लगातार इस मसले पर बयानबाजी हुई है. इसी बीच कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने देश में इंटरनेट बंद के आंकड़े जारी कर पीएम नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पर तंज कसा है. दिग्विजय ने कहा कि अगर कोई एतराज करता तो उसे “राजद्रोह” कहा जाएगा.
नई दिल्ली, 5 फरवरी 2021. देश में कृषि कानूनों को लेकर किसानों का घमासान जारी है. राजधानी दिल्ली में किसानों ने मोर्चा खोला हुआ है. गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हिंसा की घटना के बाद प्रशासन ने सावधानी बरतते हुए इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा दी थी. कांग्रेस की तरफ से लगातार इस मसले पर बयानबाजी हुई है. इसी बीच कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने देश में इंटरनेट (Internet) बंद के आंकड़े जारी कर पीएम नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पर तंज कसा है. दिग्विजय ने कहा कि अगर कोई एतराज करता तो उसे “राजद्रोह” कहा जाएगा.
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा कि इन तथ्यों पर यदि कोई अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एतराज करता है तो क्या उसे “राजद्रोह” कहा जाएगा. मोदी-शाह जी ज़रा चिंतन करिए यह हालात भारत में क्यों बढ़ रहे हैं. दिग्विजय ने एक्सेस नाउ की तरफ से जारी आंकड़े साझा किया है. ये आंकड़े साल 2018 के हैं. जिसके अनुसार इंटरनेट बंद करने वालों में भारत पहले पायदान पर दिखाया गया है. यह भी पढ़ें-Farmers Protest: दिग्विजय सिंह का PM मोदी-अमित शाह पर निशाना, कहा-अब अटल-अडवाणी जी जैसे लोकतंत्र में विश्वास रखने वालों के विचारों से इन्हें कोई सरोकार नहीं है
दिग्विजय सिंह का ट्वीट-
वहीं इस लिस्ट में दुसरे नंबर पर पाकिस्तान, तीसरे पर ईराक, चौथे पर यमन, पांचवे पर इथियोपिया, छठे पर बांग्लादेश जबकि अंतिम पायदान पर रूस का समावेश है. इससे पहले भी गुरूवार को दिग्विजय ने कहा कि मोदीशाह जी को अब अटल जी अडवाणी जी जैसे लोकतंत्र में विश्वास रखने वालों के विचारों से कोई सरोकार नहीं है. पहले केवल काश्मीर घाटी में इंटरनेट सेवाएँ रोकी जाती थीं अब घाटी से उतर कर हरियाणा तक यह रोग आ गया है.