नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सांसद सुनीता दुग्गल (Sunita Duggal) ने कहा है कि पश्चिम बंगाल और केरल में मॉब लिंचिंग (Mob Lynching) को उनकी पार्टी से जोड़कर नहीं देखा जा सकता. गोरक्षकों द्वारा एक विशेष समुदाय को लक्षित किए जाने की बढ़ती खबरों के बीच पहली बार किसी बीजेपी सांसद ने इस बाबत बयान दिया है.
हरियाणा के सिरसा में नौकरशाह से नेता बनीं सुनीता ने कहा, "मॉब लिंचिंग को बीजेपी से नहीं जोड़ा जाना चाहिए. यह अचानक होने वाली दुखद घटना होती है, जो दुर्भाग्य से हो रही है."
उन्होंने कहा, "यह पश्चिम बंगाल में भी हो रहा है. यह केरल में भी हो रहा है. इन राज्यों में तो बीजेपी की सरकार नहीं है."विपक्षी दलों ने हालांकि सत्तारूढ़ बीजेपी पर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने और समाज में असहिष्णुता को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है.
इस पर बात करते हुए दुग्गल ने कहा कि 2014 में उन्होंने बीजेपी में शामिल होने का फैसला इसलिए किया, क्योंकि वह पार्टी की विचारधारा और शीर्ष नेता, तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रभावित हुईं. दुग्गल ने कहा, "इन्हीं कारण के चलते मैंने नौकरी छोड़ी और 2014 में राजनीति में आ गई."
उन्होंने लोकसभा में महिला सांसदों की संख्या में आई बढ़ोतरी का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया.हरियाणा से अकेली महिला सांसद ने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी के कारण कई महिला सांसद लोकसभा में जीतकर आई हैं. पार्टी ने कई महिलाओं को टिकट दिया. सदन की 78 महिला सांसदों में से 41 बीजेपी से हैं."