नई दिल्ली: तमिलनाडु के तूतीकोरिन में स्टरलाइट कंपनी के खिलाफ प्रदर्शनकारियों पर पुलिस फायरिंग में मरनेवाले को संख्या 13 पहुंच गयी है. इसी बीच अब वेदांता समूह के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने इस घटना को 'दुर्भाग्यपूर्ण' बताया है. अग्रवाल ने कंपनी वर्तमान में, प्लांन्ट को फिर से शुरू करने के लिए कोर्ट और सरकार की मंजूरी का इंतजार कर रही है. फिलहाल वार्षिक मरम्मत के चलते कारखाने को बंद रखा गया है. हम अभी तक कोर्ट और सरकार के हर नियम का पालन कर रहे हैं. हालांकि राज्य के प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने इस संयंत्र की बिजली काटने के निर्देश दिए हैं. बता दें कि तूतीकोरिन में विरोध-प्रदर्शन के कारण स्टरलाइट कॉपर प्लांट बंद होने से 32 हजार 500 नौकरियों पर असर पड़ा है. इनमें 3 हजार 5 सौ लोगों की आजीविका पर सीधा असर पड़ा है, जबकि 30 से 40 हजार नौकरियों पर अप्रत्यक्ष रूप से प्रभाव पड़ा है.
कंपनी के चेयरमैन अग्रवाल ने आगे कहा, 'घटना के बारे में सुनकर मैं दुखी हूं...यह वाकई में दुर्भाग्यपूर्ण है. पीड़ित परिवारों के साथ मेरी पूरी सहानुभूति है.
We always make sure that community & people of Tuticorin prosper with us. I'm totally committed to people at large & community & with their wish & prosperity, we'd like to continue business. I assure you I'm fully committed to environment & people: Anil Agarwal, Chairman, Vedanta pic.twitter.com/T4XlIyQ5LU
— ANI (@ANI) May 25, 2018
Sad about what happened in #Thoothukudi. The plant is closed because of annual shut down & we are waiting for clearance from the court & the govt to restart the plant. We are strictly following the orders of the court & the govt: Anil Agarwal, Chairman, Vedanta #London pic.twitter.com/8Kv9jBO93A
— ANI (@ANI) May 24, 2018
अग्रवाल ने पर्यावरण और 'तुतीकोरिन तथा तमिलनाडु के लोगों के विकास' की कंपनी की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा, 'हम कानून का पालन करेंगे. जो कुछ भी हुआ उसको लेकर मैं बहुत दुखी हूं. मद्रास उच्च न्यायालय ने संयंत्र के विस्तार के प्रस्ताव पर रोक लगा रखी है.
गौरतलब है कि इस मामले को लेकर गुरुवार को तमिलनाडु में प्रदर्शन किया गया. तमिलनाडु सचिवालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे डीएमके के कार्यकारी अध्यक्ष एमके स्टालिन को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. इस मामले पर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई पलानीस्वामी का कहना है कि, 'स्टालिन बवाल की नियत से आए थे. वो पब्लिसिटी के लिए ड्रामा कर रहे थे.'