प्रवासी महिला और जच्चा-बच्चा की देखभाल के लिए देंगे 1 लाख रुपये: SP अध्यक्ष अखिलेश यादव
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने देशव्यापी लॉकडाउन के बीच घर वापसी के दौरान सड़क किनारे बच्चे को जन्म देने के लिए मजबूर हुई महिला को एक लाख रुपये की आर्थिक मदद देने की घोषणा की है. प्रवासी महिला को रास्ते में प्रसव पीड़ा शुरू हो गई थी, जिसके बाद उसने सड़क किनारे ही बच्चे को जन्म दिया. सपा ने जच्चा-बच्चा की देखभाल के लिए एक लाख की मदद की बात कही.
लखनऊ, 23 मई: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने देशव्यापी लॉकडाउन के बीच घर वापसी के दौरान सड़क किनारे बच्चे को जन्म देने के लिए मजबूर हुई महिला को एक लाख रुपये की आर्थिक मदद देने की घोषणा की है. प्रवासी महिला को रास्ते में प्रसव पीड़ा शुरू हो गई थी, जिसके बाद उसने सड़क किनारे ही बच्चे को जन्म दिया. सपा ने जच्चा-बच्चा की देखभाल के लिए एक लाख की मदद की बात कही.
अखिलेश यादव ने शनिवार को ट्विटर पर एक तस्वीर साझा करते हुए कहा, "पैदल घर लौटने पर मजबूर उत्तर प्रदेश की जिस गरीब गर्भवती महिला को सरकारी उपेक्षा व हृदयहीनता के कारण सड़क के किनारे ही प्रसव के लिए मजबूर होना पड़ा था, उसे सपा की तरफ से तत्काल सहायता राशि दी गई थी. अब समाजवादी पार्टी जच्चा-बच्चा की देखभाल के लिए उन तक 1 लाख रुपये की मदद पहुंचाएगी."
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अखिलेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक अन्य वीडियो को शेयर करते हुए कहा, "जिस मासूम को इतनी कम उम्र में ही इतनी भयावह परिस्थितियों से गुजरना पड़ा है, उसके जीवन में कुछ सकारात्मक घट सके, इस आशा के साथ हम इस बच्चे के माता-पिता तक 1 लाख रुपये की आर्थिक मदद पहुंचाएंगे. जनता 'सत्ता' का दिया दुख झेल रही है. वो जानती है कि ये बचपन का खेल नहीं है."
उनके द्वारा शुक्रवार को साझा किए इस वीडियो में राजमार्ग पर एक प्रवासी महिला को एक सूटकेस को खींचते हुए देखा जा सकता है और सामान पर लगभग आधा लटका हुआ उसका बच्चा सो रहा है. गौरतलब है कि इसके पहले बीमार पिता को साइकिल पर बिठाकर गुरुग्राम से दरभंगा तक का सफर करने वाली 15 साल की ज्योति को भी अखिलेश यादव ने एक लाख रुपये देने की घोषणा की थी.
उन्होंने लिखा, "सरकार से हारकर एक 15 वर्षीय लड़की निकल पड़ी है अपने घायल पिता को लेकर सैकड़ों मील के सफर पऱ़, दिल्ली से दरभंगा़. आज देश की हर नारी और हम सब उसके साथ हैं. हम उसके साहस का अभिनंदन करते हुए उस तक 1 लाख रुपये की मदद पहुंचाएंगे."