सीतामढ़ी: बिहार और केंद्र में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं को इन दिनों लगातार सवर्ण समाज के विरोध का सामना करना पड़ रहा है. इसी कड़ी में शनिवार को बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी (सुमो) को भी सवर्णो का गुस्सा झेलना पड़ा. आर्थिक आधार पर आरक्षण की मांग और एससी-एसटी अधिनियम का विरोध कर रहे सवर्ण समाज के लोगों ने यहां मोदी को काले झंडे दिखाए और उनका विरोध किया. सीतामढ़ी के एक कार्यक्रम में भाग लेने आए मोदी को गरीब जनक्रांति पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सीतामढ़ी के कोआही चौक पर आर्थिक आधार पर आरक्षण एवं समान शिक्षा प्रणाली की मांग को लेकर काले झंडे दिखाए.
इस दौरान कार्यकर्ताओं ने उनके वाहन पर स्याही फेंकने की भी कोशिश की, लेकिन उनका काफिला नहीं रुका. इससे पहले उपमुख्यमंत्री को रुन्नीसैदपुर में भी काले झंडे दिखाए गए. उल्लेखनीय है कि गुरुवार को केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को भी गोपालगंज में सवर्ण समाज के लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा था. सवर्ण सेना के कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय मंत्री को काले झंडे दिखाए थे, जबकि कुछ असामाजिक तत्वों ने शहर में लगे उनके पोस्टरों पर कालिख भी पोत दी थी. पिछले दिनों केंद्रीय मंत्री राम पाल यादव, अश्विनी चौबे को भी आरक्षण के मुद्दे पर सवर्ण समाज के विरोध का सामाना करना पड़ा था.