शिवसेना ने फिर किया केंद्र पर हमला, कहा- अर्थव्यवस्था पर मनमोहन सिंह की सलाह को गंभीरता से लेना चाहिए
इस दौरान शिवसेना ने नोटबंदी और जीएसटी को लेकर भी मोदी सरकार को घेरा. सामना में लिखा है, ''नोटबंदी पूरी तरह फेल हुई और GSTसे व्यापारी और उद्योगपतियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. मनमोहन सिंह के आलावा नितीन गडकरीने भी चुभनेवाला बयान दिया है. सरकार जहां-जहां हाथ लगाती है, वहां-वहां सत्यानाश होने का भाला गडकरी ने घुसेड़ दिया. नोटबंदी व जीएसटी इस सत्यानाशी के उदाहरण हैं.''
महाराष्ट्र में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने है और ऐसे में शिवसेना आक्रामक हो गयी हैं. बुधवार को पार्टी ने पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के बयान के जरिए केंद्र पर निशाना साधा है. पार्टी के मुखपत्र सामना के सम्पादकीय में आज 'मौनी बाबा का धमाका' शीर्षक के जरिये मोदी सरकार पर कटाक्ष किया गया है. इस सम्पादकीय में लिखा है कि, मौजूदा आर्थिक स्थिति को लेकर पूर्व पीएम मनमोहन सिंह का बयान मायने रखता है. इस लेख में मनमोहन सिंह के आर्थिक योगदान की तारीफ भी की गयी है.
सम्पादकीय में आगे लिखा है कि,"''पूर्व पीएम ने मौजूदा आर्थिक हालत के संदर्भ में बयान दिया है और आगे आने वाली मुश्किलों से भी अवगत कराया है, इससे चिंता और बढ़ गई है. देश में मंदी है तथा भविष्य में और परेशानी होगी, ऐसा में मनमोहन सिंह जो कहते हैं तो इस पर विश्वास करना पड़ेगा. 35 वर्षों से देश की अर्थव्यवस्था से उनका संबंध रहा है. बुरे दौर में भी उन्होंने अर्थव्यवस्था के लिए परिश्रम किया था, इसे स्वीकार करना होगा इसलिए आज की अर्थव्यवस्था में कुछ गलतियां दिखती होंगी तो मनमोहन को बोलने का अधिकार है. मनमोहन ने अब बेवजह मुंह नहीं खोला बल्कि प्रहार किया है.''
यह भी पढ़े: प्रियंका गांधी का योगी सरकार पर तंज, कहा- खजाना खाली कर जनता की जेब काटने लगी सरकार
इस दौरान शिवसेना ने नोटबंदी और जीएसटी को लेकर भी मोदी सरकार को घेरा. सामना में लिखा है, ''नोटबंदी पूरी तरह फेल हुई और GSTसे व्यापारी और उद्योगपतियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. मनमोहन सिंह के आलावा नितीन गडकरीने भी चुभनेवाला बयान दिया है. सरकार जहां-जहां हाथ लगाती है, वहां-वहां सत्यानाश होने का भाला गडकरी ने घुसेड़ दिया. नोटबंदी व जीएसटी इस सत्यानाशी के उदाहरण हैं.''