Haryana Politics: कई विधायक हमारे संपर्क में... कौन किधर जाता है, फर्क नहीं पड़ता; हरियाणा सरकार संकट पर बोले पूर्व सीएम
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ने बुधवार को कहा कि नायब सिंह सैनी के नेतृत्व वाली राज्य सरकार से समर्थन वापस लेने वाले विधायकों का राज्य में लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. उन्होंने यह भी कहा कि कई विधायक उनकी सरकार के संपर्क में हैं.
चंडीगढ़: हरियाणा के राजनीतिक संकट के बीच सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने प्रतिक्रिया दी है. मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) ने दावा किया कि कई विधायक उनके संपर्क में हैं. हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ने बुधवार को कहा कि नायब सिंह सैनी के नेतृत्व वाली राज्य सरकार से समर्थन वापस लेने वाले विधायकों का राज्य में लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. उन्होंने यह भी कहा कि कई विधायक उनकी सरकार के संपर्क में हैं. Haryana Crisis: गिर जाएगी अल्पमत में आई हरियाणा की सैनी सरकार? समझें आंकड़ों का गणित.
उन्होंने कहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, 'देश में चुनावी माहौल है. कौन किधर जाता है और किधर नहीं जाता, इससे असर नहीं पड़ता. कई विधायक हमारे संपर्क में हैं. इसलिए किसी को चिंता करने की जरूरत नहीं है कि कौन कब और क्या करेगा. चुनाव अभी लंबा चलेगा.
बता दें कि हरियाणा सरकार पर मंगलवार को उस समय राजनीतिक संकट गहरा गया, जब बीजेपी से तीन निर्दलीय विधायकों ने अपना समर्थन वापस ले लिया. इन निर्दलीयों में पुंडरी से विधायक रणधीर गोलन, नीलोखेड़ी से विधायक धर्मपाल गोंदर और चरखी दादरी से विधायक सोमवीर सांगवान शामिल हैं. इन विधायकों ने बीजेपी सरकार से समर्थन वापस लेकर कांग्रेस को अपना समर्थन दे भी दिया.
निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान (दादरी), रणधीर सिंह गोलन (पुंडरी) और धर्मपाल गोंदर (नीलोखेड़ी) ने विपक्ष के नेता, भूपिंदर सिंह हुड्डा और राज्य कांग्रेस प्रमुख उदय भान की उपस्थिति में रोहतक में एक संवाददाता सम्मेलन में अपने फैसले की घोषणा की.
सीएम सैनी ने कहा, मजबूती से काम कर रही है सरकार
सैनी ने निर्दलीय विधायकों के समर्थन वापस लेने के बारे में पूछे जाने पर पत्रकारों से कहा, ‘‘सरकार किसी संकट में नहीं है, वह मजबूती से काम कर रही है.’’ हरियाणा की 90 सदस्यीय विधानसभा में सदस्यों की मौजूदा संख्या 88 है. सरकार के पास बहुमत से दो विधायक कम हैं. वर्तमान में बीजेपी नीत सरकार को दो अन्य निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त है.