नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ मुजफ्फरनगर जिले में हुई हिंसा को लेकर केंद्रीय राज्यमंत्री संजीव बालियान ने शुक्रवार को कहा कि शहर में हुए उपद्रव में मदरसे के 12 से 18 वर्ष उम्र के छात्र शामिल थे. इसकी जांच कराई जानी चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि हिंसा में मदरसों के बच्चे भी पकड़े गए हैं. बालियान ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि 12 से 15 साल के नाबालिग बच्चों के साथ-साथ कुछ बच्चे मदरसों के भी गिरफ्तार हुए हैं. आखिर मदरसों के बच्चे किसके कहने पर बाहर आए, इसकी जांच होनी चाहिए.
उन्होंने यह भी कहा कि देवबंद नजदीक है, इसलिए सही तरीके से जांच की जानी चाहिए. मदरसों को कंट्रोल कौन करता है और किसके कहने पर मदरसों से बच्चे यहां आए, ये भी जांच का विषय है. उन्होंने कहा, "कारगिल के सांसद का मेरे पास फोन आया था. उन्होंने बताया था कि कारगिल का एक बच्चा भी मुजफ्फरनगर उपद्रव में शामिल था. आखिर वो कैसे यहां आया और किसने उसे भेजा, इसकी भी जांच हो."
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बालियान ने कहा, "मैंने प्रशासन से खुद कहा है कि इस मामले में जो भी नाबालिग बच्चे हैं, उनके साथ नरमी से पेश आया जाए और उन्हें एक मौका दिया जाए. इसमें उन्हें न फंसाया जाए. 50 हजार लोग किसके कहने पर बाहर आए. किसी राजनीतिक पार्टी या धार्मिक संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है, इसकी जांच होनी चाहिए."