समाजवादी पार्टी विधायक के बागी सुर, कहा- नहीं चलेगा अखिलेश-मायावती का गठबंधन
फिरोजाबाद के सिरसागंज से विधायक हरिओम यादव ने समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के बीच हुए गठबंधन पर सवाल उठाया है
2019 लोकसभा चुनाव (Lok Saba Elections 2019) के मद्देनजर उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में समाजवादी पार्टी (SP) और बहुजन समाज पार्टी (BSP) के बीच हुए गठबंधन पर विपक्षी दलों के बाद अब अपनों ने ही सवाल खड़े करने शुरू दिए हैं. समाजवादी पार्टी के फिरोजाबाद (Firozabad) के सिरसागंज से विधायक हरिओम यादव (Hariom Yadav) ने कहा कि एसपी-बीएसपी का यह गठबंधन फिरोजाबाद में नहीं चलेगा. यह गठबंधन यहां सफल नहीं हो पाएगा. उन्होंने कहा कि यह गठबंधन तभी चल सकता है जब तक हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष जी बहन जी की हां में हां मिलाते रहेंगे और घुटने टेकते रहेंगे.
इससे पहले समाजवादी पार्टी से अलग होकर नई पार्टी बनाने वाले शिवपाल सिंह यादव ने एसपी-बीएसपी के गठबंधन पर हमला करते हुए रविवार को कहा था कि सीबीआई के डर से यह गठजोड़ तैयार हुआ है. शिवपाल ने लखनऊ में कहा कि वर्ष 1993 में जब एसपी-बीएसपी का गठबंधन हुआ था, उस वक्त दोनों ही पार्टियों पर कोई आरोप नहीं था और ना ही सीबीआई का कोई डर था. उन्होंने कहा कि आज तो सीबीआई का ही डर है. इस डर की वजह से यह गठबंधन हो रहा है. यह गठबंधन सफल नहीं होगा. यह भी पढ़ें- कांग्रेस नेता राशिद अल्वी के विवादित बोल, कहा- अजगर से भी ज्यादा जहरीले हैं योगी आदित्यनाथ
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की कुल 80 लोकसभा सीटों में से 38-38 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेंगी. इन दोनों पार्टियों ने राज्य की दो सीटें छोटी पार्टियों के लिए छोड़ी हैं जबकि अमेठी और रायबरेली की दो सीटें कांग्रेस पार्टी के लिए छोड़ने का फैसला किया है. बीएसपी सुप्रीमो मायावती और एसपी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को लखनऊ में एक होटल में आयोजित संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह घोषणा की थी.