राम मंदिर-बाबरी मस्जिद विवाद: वीएचपी के साथ साधु-संतों की बैठक आज, राम मंदिर निर्माण का निकालेंगे रास्ता
अयोध्या विवाद (Photo Credit- YouTube)

नई दिल्ली: राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद से जुड़े विवादित जमीन के मामले में सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में 29 अक्टूबर से नियमित सुनवाई शुरू होनी है.बावजूद इसके दूसरी तरफ विहिप (VHP) के तेवर कड़े दिख रहे हैं. राम मंदिर मामले पर देश के कई प्रमुख संत आज यानी शुक्रवार को दिल्ली में बैठक कर अपनी आगे की रणनीति तय करेंगे. इस बैठक शामिल होने अयोध्या से श्रीराम जन्मभूमि न्यास अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास की अगुवाई में कई संत दिल्ली आए हैं. वहीं, अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए तपस्वी छावनी मंदिर के महंत राम परमहंस दास सोमवार से आमरण अनशन कर रहे हैं.

आज शुक्रवार को दिल्ली में होने वाली संत उच्चाधिकार समिति की बैठक में केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल के वरिष्ठ सदस्य महंत कमलनयन दास, न्यास सदस्य पूर्व सांसद रामविलासदास वेदांती, महंत सुरेश दास, संत समिति अध्यक्ष महंत कन्हैया दास शामिल हैं. यह भी पढ़े-लोकसभा चुनाव 2019 से पहले बीजेपी को घेरने के लिए अयोध्या जाएंगे उद्धव ठाकरे, पार्टी ने राम मंदिर को बताया अहम मुद्दा

विश्व हिंदू परिषद (VHP) के कार्याध्यक्ष अलोक कुमार ने बताया कि कि इसमें कोई दो राय नहीं है कि राम मंदिर (Ram Mandir) का निर्माण होगा. राम मंदिर बनेगा. अब इसका रास्ता क्या होगा, इस पर आज यानी 5 अक्टूबर को संतों की उच्चाधिकार समिति विचार करेगी.

श्रीराम जन्मभूमि न्यास अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास ने गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि देश के प्रमुख साधु-संत बैठक कर अब अपनी भावनाओं से अवगत ही नहीं कराएंगे बल्कि राम मंदिर निर्माण के लिए आगे ठोस कदम उठाएंगे. यह भी पढ़े-अयोध्या में राम मंदिर निर्माण पर बोले मोहन भागवत- विपक्ष खुल कर विरोध नहीं कर सकता

उन्होंने कहा कि केंद्र में मोदी और राज्य में योगी सरकार (Yogi Govt) के रहते हुए अब इंतजार नहीं करना संतों को अखर रहा है. ऐसे में मोदी सरकार को राम मंदिर निर्माण का समाधान का हल जल्द से जल्द निकालना चाहिए.

बता दें कि राम मंदिर निर्माण को लेकर विश्व हिंदू परिषद ने दिल्ली में साधु संतों की बैठक कर रहा है. VHP पिछले काफी समय से इस बात पर जोर देता रहा है कि अयोध्या में राम का भव्य मंदिर बनना चाहिए और जल्दी बनना चाहिए.