रजनीकांत ने कहा, तूतीकोरिन में हिंसा व आगजनी में असामाजिक तत्व थे शामिल
अभिनेता से राजनेता बने रजनीकांत ने बुधवार को कहा कि तूतीकोरिन में स्टरलाइट फैक्ट्री के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हिंसा और आगजनी में असामाजाकि तत्व संलिप्त थे.
तूतीकोरिन (तमिलनाडु): अभिनेता से राजनेता बने रजनीकांत ने बुधवार को कहा कि तूतीकोरिन में स्टरलाइट फैक्ट्री के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हिंसा और आगजनी में असामाजाकि तत्व संलिप्त थे. इस हिसा में राज्य पुलिस की गोलीबारी में 13 लोगों की मौत हो गई थी. रजनीकांत ने यहां सरकारी अस्पताल में भर्ती लोगों से मुलाकात की और उनके प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की.
उनकी टिप्पणी तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के. पलनीस्वामी के रुख को सही बता रही है. पलनीस्वामी ने कहा था कि स्टरलाइट तांबा प्रगलक संयंत्र के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान असामाजिक तत्व हिंसक हो गए थे.
संयंत्र के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि यह कृषि जमीन को नष्ट कर रहा है और इलाके में गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न कर रहा है.
संवाददाताओं से बात करते हुए रजनीकांत ने चिन्हित किया कि जो लोग आगजनी में संलिप्त थे, वे आम लोग नहीं थे और यह खुफिया विभाग की नाकामी है कि वह पहले इनका पता नहीं लगा पाया.
अभिनेता ने कहा कि हाल के दिनों में तमिलनाडु में असामाजिक तत्व सक्रिय हो गए हैं और उन्होंने राज्य की दिवगंत मुख्यमंत्री जे. जयललिता द्वारा अपने कार्यकाल में ऐसे तत्वों को काबू में रखने के लिए उनकी प्रशंसा की.
वर्तमान सरकार से जयललिता के कदमों का पालन करने का आग्रह करते हुए उन्होंने कहा कि अगर वह बदमाशों पर काबू पाने में विफल रहते हैं तो राज्य को एक गंभीर खतरे का सामना करना पड़ेगा. अगर राज्य विरोध प्रदर्शन की जगह बन जाएगा तो यहां निवेश नहीं होगा, जिसके परिणामस्वरूप नौकरियां नहीं सृजित होंगी.
रजनीकांत ने हिंसा पर पलनीस्वामी के इस्तीफे की विपक्ष की मांग को खारिज करते हुए कहा कि सभी समस्याओं का जवाब इस्तीफा नहीं है. साथ ही, उन्होंने कहा कि उनका विश्वास राज्य सरकार द्वारा घोषित एक सदस्यीय जांच आयोग में नहीं है.
तूतीकोरिन हिंसा में असामाजिक तत्वों के शामिल होने की रजनीकांत की टिप्पणी का स्वागत करते हुए तमिलनाडु भाजपा इकाई अध्यक्ष तमिलिसाई सौंदरराजन ने कहा कि आलोचना पर ध्यान दिए बिना, सच कहना ही सही होता है.