चंडीगढ़, 5 दिसंबर: पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh) ने शुक्रवार को कहा कि उन्हें प्रवर्तन निदेशालय (ED) या किसी और से कोई डर नहीं है. सिंह ने राज्य के सभी विपक्षी दलों पर कथित तौर पर खुद के स्वार्थ के लिए किसानों के जीवन के साथ राजनीति करने पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि, "पूरी कांग्रेस किसानों के साथ एकजुट है और केंद्र को उनकी बात माननी चाहिए और उनकी मांगों को स्वीकार करना चाहिए.
मुख्यमंत्री ने अकाली दल के प्रकाश सिंह बादल, सुखबीर बादल और हरसिमरत कौर बादल से लेकर आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) के अरविंद केजरीवाल व भाजपा के मनोहर लाल खट्टर जैसे सभी प्रमुख विपक्षी दलों पर किसानों के मुद्दे पर राजनीति करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि विपक्ष ने किसानों की लड़ाई का मजाक बनाया है, जो अपना हक पाने के लिए ठंड में सड़कों पर बैठे हैं."
उन्होंने कहा, "बादल की ओर से मेरे खिलाफ मामले दायर किए जाने के कारण मैं 13 साल से अदालतों में जा रहा हूं. मगर मैं ईडी को लेकर परेशान नहीं हूं. मैं अदालतों में जा सकता हूं और अन्य 13 साल तक लड़ाई लड़ सकता हूं." उन्होंने हरसिमरत कौर बादल की ओर से की गई टिप्पणी पर यह जवाब दिया, जिसमें कहा गया था कि सिंह ईडी के दबाव में हैं.
सिंह ने कहा, "ये सभी बादल एक जैसे हैं, और वे सभी झूठे हैं." मुख्यमंत्री ने गुरुवार को अपनी बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से कहा था कि पंजाब विधानसभा में पारित संशोधन विधेयक ही किसानों के मुद्दे पर गतिरोध तोड़ने का समाधान है, क्योंकि वह राज्य के भविष्य का सार है.
उन्होंने कहा, "मैंने उन्हें राष्ट्रपति द्वारा अनुमोदित विधेयकों को लेने का आग्रह किया." सिंह ने कहा कि उन्होंने गुरुवार को तीसरी बार शाह से मुलाकात की, जिसमें से एक बार तो उन्होंने शाह को गृह मंत्री बनने के लिए बधाई देने के लिए मुलाकात की थी और अन्य दो बार पंजाब के मुद्दों पर मुलाकात की. सिहं ने कृषि कानूनों पर दोहरी राय रखने पर अकालियों को निशाने पर लिया. उन्होंने फेसबुक पर लाइव वीडियो बयान में कहा कि बादल ने सार्वजनिक रूप से इस मुद्दे पर यू-टर्न लिया है.