नई दिल्ली, 30 अगस्त: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने रविवार को 'मन की बात' रेडियो कार्यक्रम के दौरान छह अहम मुद्दे उठाए. उन्होंने देश में खिलौना इंडस्ट्री को बढ़ाने की वकालत की तो पर्यावरण संरक्षण पर भी जोर दिया. आजादी के गुमनाम नायकों को याद करने की बात कही तो कोरोना काल में शिक्षकों के महत्व को भी बताया. जानिए, पीएम मोदी के मन की छह प्रमुख बातें.
भारतीय नस्ल का कुत्ता पालें
प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय नस्ल के कुत्तों को पालने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि इंडियन काउंसिल ऑफ एग्रीकल्चर रिसर्च भारतीय नस्ल के डॉग्स पर रिसर्च कर रही है. आप इनकी खूबसूरती, इनकी क्वालिटी देखकर हैरान हो जाएंगे. अगली बार जब भी आप, डॉग पालने की सोचें, तो किसी इंडियन ब्रीड के डॉग को घर लाएं.
पर्व और पर्यावरण में गहरा नाता
प्रधानमंत्री मोदी ने पर्व और पर्यावरण में गहरा संबंध बताया. उन्होंने कहा, हम, बहुत बारीकी से अगर देखेंगे, तो एक बात अवश्य ध्यान में आएगी -- हमारे पर्व और पर्यावरण. इन दोनों के बीच एक बहुत गहरा नाता रहा है. जहां एक ओर हमारे पर्वों में पर्यावरण और प्रकृति के साथ सह जीवन का संदेश छिपा होता है, वहीं दूसरी ओर कई सारे पर्व प्रकृति की रक्षा के लिए ही मनाए जाते हैं.
लोकल खिलौने बनाएं
प्रधानमंत्री मोदी ने देश में खिलौना कारोबार बढ़ाने की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि ग्लोबल टॉय इंडस्ट्री सात लाख करोड़ रुपये से भी अधिक की है. सात लाख करोड़ रुपये का इतना बड़ा कारोबार, लेकिन भारत का हिस्सा उसमें बहुत कम है. ऐसे में देश के स्टार्टअप मित्रों और नए उद्यमियों को लोकल खिलौने बनाने की दिशा में काम करने की जरूरत है.
पोषण को बनाएं जनांदोलन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में पोषण को जनांदोलन बनाने की अपील की है. उन्होंने न्यूट्रिशन (पोषण) पर जोर देते हुए कहा कि सितंबर को पोषण माह के रूप में मनाया जाएगा. जिस तरह से स्कूलों की क्लास में रिपोर्ट कार्ड बनता है, उसी तरह से न्यूट्रिशियन कार्ड की भी शुरूआत की जा रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यूट्रिशन को जनांदोलन बनाने की अपील की.
शिक्षकों का महत्व
प्रधानमंत्री मोदी ने 5 सितंबर को शिक्षक दिवस पर चर्चा करते हुए पढ़ाई में तकनीक के उपयोग पर जोर दिया. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जिस तरह से देश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के जरिए एक बड़ा बदलाव होने जा रहा है, हमारे शिक्षक इसका भी लाभ छात्रों तक पहुंचाएं.
गुमनाम नायकों को करें याद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'मन की बात' के दौरान विद्यार्थियों को जंगे आजादी के गुमनाम नायकों को याद करने का टास्क दिया. उन्होंने कहा कि वर्ष 2022 में हमारा देश स्वतंत्रता के 75 वर्ष का पर्व मनाएगा. किसी स्कूल के विद्यार्थी ठान सकते हैं कि वो आजादी के 75 वर्ष में अपने क्षेत्र के आजादी के 75 नायकों पर कविताएं लिखेंगे, नाट्य कथाएं लिखेंगे. आजादी के 75 वर्ष में उन्हें याद करना ही सच्ची श्रद्धांजलि होगी.