चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने थामा JDU का दामन, CM नीतीश के साथ कार्यकारणी बैठक में हुए शामिल
मशहूर चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) से अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत करेंगे. प्रशांत रविवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मौजूदगी में जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) में शामिल हुए.
पटना: मशहूर चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) से अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत करेंगे. प्रशांत रविवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मौजूदगी में जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) में शामिल हुए. जेडीयू की राज्य कार्यकारिणी की बैठक में नीतीश कुमार ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलवाई.
प्रशांत किशोर ने ट्वीट कर खुद आधिकारिक रूप से इसकी घोषणा आज सुबह ही की थी. उन्होंने ट्वीट कर कहा, "बिहार से नई यात्रा शुरू करने के लिए काफी उत्साहित हूं.” लगभग 40 साल के इंडिया पॅलिटिकल एक्शन कमेटी (आई-पीएसी) के संस्थापक प्रशांत किशोर के पास चुनाव में जीत दिलाने का अच्छा खासा अनुभव है.
गौरतलब हो कि प्रशांत साल 2014 के लोकसभा चुनाव के वक्त नरेंद्र मोदी के रणनीतिक सलाहकार थे और फिर 2015 में उन्होंने बिहार विधानसभा के दौरान जदयू के लिए काम किया था. नरेंद्र मोदी के पीएम बनाने और नीतीश कुमार को फिर से बिहार का सीएम बनने में प्रशांत किशोर की सियासी रणनीति को भी माना जाता है.
हालांकि, 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रशांत किशोर के बीच कुछ मतभेद की खबरें थी. लेकिन अब प्रशांत के जेडीयू में शामिल होने के इन सभी अटकलों पर विराम लग गया है. यह तो आनेवाले समय में ही स्पष्ट होगा की प्रशांत के जेडीयू में आने से नीतीश कुमार को कितना फायदा होता है.
हाल ही में प्रशांत की आई-पीएसी ने एक ऑनलाइन सर्वे कराया था. जिसमें पीएम मोदी को देश का सबसे पसंदीदा नेता बताया गया था. जबकि दूसरे स्थान पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी रहे. कांग्रेस चीफ राहुल को 11 फीसदी लोगों ने पसंद किया. वहीँ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 9.3 फीसदी लोगों की पसंद रहे.