आजमगढ़ : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को आजमगढ़ की रैली में कांग्रेस को घेरते हुए मुसलमानों को लेकर एक बड़ा बयान दिया. इसी बयान को लेकर विपक्षी पार्टियों ने पीएम मोदी की आलोचना की है. दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुसलमानों के मुद्दे पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को घेरते हुए कहा था कि कांग्रेस के नामदार कह रहे हैं कि उनकी पार्टी मुसलमानों की है. इससे पहले मनमोहन सिंह कह चुके थे कि देश के संसाधनों पर पहला हक मुसलमानों का है, लेकिन कांग्रेस ये बताए कि उनकी पार्टी मुस्लिम पुरुषों की है, महिलाओं की नहीं है क्या?
दरअसल, पिछले सप्ताह राहुल गांधी ने मुस्लिम समुदाय के कुछ नेताओं के साथ बैठक की थी. इस मीटिंग के बाद उर्दू मीडिया में खबर आई थी कि राहुल गांधी ने कांग्रेस को मुसलमानों की पार्टी बताया है. इसी पर पीएम आजमगढ़ की सभा में तंज कसा था. बहरहाल, पीएम मोदी के इस बयान पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है.
उपचुनावों में मिली मुँहतोड़ पराजय व आगामी चुनावों में होने वाली हार के डर से देश के उच्च पदों पर बैठे लोग अपनी सभाओं में ग़लतबयानी कर जनता को गुमराह कर रहे हैं लेकिन अब जनता इनके छलावे व झूठ को पहचान गयी है. ऐसे भाषण-बयान इनकी हताशा दर्शा रहे हैं. इस बार यूपी इनको शून्य कर देगा. pic.twitter.com/sfwrNMctpo
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 15, 2018
मायावती ने भी की आलोचना
बसपा प्रमुख मायावती ने प्रधानमंत्री के बयान पर विरोध जताते हुए कहा बीजेपी और खुद प्रधानमंत्री द्वारा ''विकास'' को भ्रमित करने वाले राज को जिस प्रकार शमशान-कब्रिस्तान, तलाक, हिन्दू-मुस्लिम विपक्ष के खिलाफ फेक न्यूज़ और जातिवादी एवं साम्प्रदायिकता की वकालत और सरकारी संरक्षण दिया जा रहा है, उससे ऐसा लगता है कि इनमें काफी ज्यादा हताशा है और लोकसभा का भी आम चुनाव समय से पहले इसी वर्ष संभव है. जम्मू-कश्मीर में महबूबा मुफ़्ती की सरकार गिराकर बीजेपी इसकी भूमिका पहले ही तैयार कर चुकी है.