जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने जापान जाएंगे पीएम मोदी, ओसाका में 27 से 29 जून के बीच होगा कार्यक्रम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जापान के ओसाका में होने जा रहे 14वें जी-20 शिखर सम्मेलन में शिरकत करेंगे. यह जानकारी शुक्रवार को विदेश मंत्रालय ने दी। दो दिवसीय यह सम्मेलन 28 जून से आरंभ होने जा रहा है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया, "मोदी छठी बार जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Photo Credit- IANS)

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जापान के ओसाका में होने जा रहे 14वें जी-20 शिखर सम्मेलन में शिरकत करेंगे. यह जानकारी शुक्रवार को विदेश मंत्रालय ने दी। दो दिवसीय यह सम्मेलन 28 जून से आरंभ होने जा रहा है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया, "मोदी छठी बार जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे. सम्मेलन में हिस्सा लेने के अलावा प्रधानमंत्री द्विपक्षीय बैठकें भी करेंगे। वह कुछ बहुपक्षीय बैठकों में भी हिस्सा लेंगे." कुमार ने यह भी बताया कि पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु सम्मेलन में भारत के शेरपा होंगे.

शिखर सम्मेलन में समूह के 18 सदस्य देशों के राज्याध्यक्ष, यूरोपीय यूनियन और अन्य आमंत्रित देशों व अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रमुख हिस्सा लेंगे. विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "जापानी प्रेसिडेंसी के तहत आयोजित होने वाले सम्मेलन का केंद्रीय विषय 'ह्यूमैन सेंट्रर्ड फ्यूचर सोसायटी' (मानव केंद्रित भावी समाज) है." यह भी पढ़े-पीएम मोदी जापान के ओसाका में होने वाले जी-20 सम्मेलन में होंगे शामिल, सुरेश प्रभु होंगे शेरपा

भारत के लिए जी-20 सम्मेलन के मसलों में ऊर्जा सुरक्षा, वित्तीय स्थिरता, आपदा को लेकर लचीला बुनियादी ढांचा, सुधार प्रेरित बहुलवाद, डब्ल्यूटीओ सुधार, आतंकवाद का विरोध, भगोड़े आर्थिक अपराधियों की वापसी, खाद्य सुरक्षा, प्रौद्योगिकी का लोकतंत्रीकरण और वहनीय सामाजिक सुरक्षा योजनाएं शामिल हैं.

जी-20 शिखर सम्मेलन के इतर ब्रिक्स नेताओं की अनौपचारिक मुलाकातें और अन्य नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी होंगी.

जी-20 की स्थापना 1999 में हुई थी जिसे वित्तमंत्रियों और केंद्रीय बैंकों के गवर्नरों के मंच से उन्नत कर 2008 में इसमें देशों के प्रमुखों को शामिल किया जिसका तात्कालिक मकसद 2008 के वैश्विक वित्तीय संकट पर प्रभावी तरीके से प्रतिक्रिया प्रदान करना था.

उसके बाद से यह अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक सहयोग के प्रधान वैश्विक मंच के रूप में उभरा है. जी-20 के सदस्य देश दुनिया के 85 फीसदी सकल घरेलू उत्पादन, 75 फीसदी वैश्विक व्यापार और दुनिया की दो तिहाई आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं.

भारत अब तक जी-20 के सभी सम्मेलनों में हिस्सा ले चुका है. भारत पहली बार 2022 में जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा.

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