Pegasus Row: पेगासस जासूसी मामले में विपक्ष केंद्र की मोदी सरकार को संसद से लेकर सड़क तक घेर रही हैं. लेकिन सरकार इस मामले में जवाब देने से कतरा रही हैं. ऐसे में विपक्ष का कहना है कि सरकार इस मुद्दे पर चर्चा और मामले की जांच ना करवा कर कुछ तो छुपा रही हैं. विपक्षी पार्टियों के बाद पहली बार एनडीए में शामिल जेडीयू को इस मामले में साथ मिला है. सोमवार को सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने कहा कि फोन टैपिंग मामले की जांच बिल्कुल होनी चाहिए. इस पर सदन में चर्चा होनी चाहिए ताकि जो भी सच्चाई है वह सामने आ जाए.
नीतीश कुमार द्वारा पेगासस मामले की जांच वाले बयान पर आरजेडी नेता मनोज झा ने तंज कसा हैं. झा ने कहा कि मैं नीतीश कुमार से आग्रह करूंगा कि वह अपनी इस मांग पर टिके रहे. कल वह किसी डर के कारण यह न कहे कि मेरे बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया. ईश्वर नीतीश कुमार की जुबान को बरकरार रखे. यह भी पढे: Pegasus Spyware: सुप्रीम कोर्ट पेगासस जासूसी मामले की याचिका पर अगले हफ्ते सुनवाई के लिए सहमत
पेगासस जासूसी मामले में नीतीश कुमार ने जांच की मांग की:
I will request him (Nitish Kumar) to stick to his demand. I hope he does not come under pressure & say that my statement was misinterpreted: RJD MP Manoj Jha on 'Nitish Kumar demanding probe in Pegasus issue' pic.twitter.com/2RiryxjLOa
— ANI (@ANI) August 2, 2021
वहीं कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने भी केंद्र सरकार को पेगासस मामले पर घेरने की कोशिश की. चौधरी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि सरकार पेगासस पर चर्चा करने से क्यों डर रही है. सरकार की तरफ से कोई चूक भी तो हो सकती है. सरकार सदन के अंदर ये भी कह सकती है कि चूक हुई थी, हम सुधार लेंगे. कोई जरूरी नहीं है कि कोई सरकार हर काम सही दिशा में या सही ढंग से करेगी, कहीं भी चूक हो सकती है.