EC On EVM: चुनाव आयोग का विपक्ष को जवाब, ईवीएम की शिकायत करने वाले दल भी इससे जीत चुके हैं चुनाव
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि ईवीएम की विश्वसनीयता को लेकर शिकायत करने वाली पार्टियों ने भी इसी उपकरण का उपयोग करके चुनाव जीते हैं.
नई दिल्ली, 18 जनवरी: मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने बुधवार को कहा कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) की विश्वसनीयता को लेकर शिकायत करने वाली पार्टियों ने भी इसी उपकरण का उपयोग करके चुनाव जीते हैं. By-Elections 2023: लक्षद्वीप लोकसभा और 6 विधानसभा सीटों के लिए 27 फरवरी को उपचुनाव
ईवीएम से छेड़छाड़ के आरोपों के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में कुमार ने कहा, ‘‘अगर ईवीएम बोल सकती तो शायद यही कहती कि जिसने तेरे सर पर तोहमत रखी है, मैंने उसके भी घर की लाज रखी है.’’
उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधित्व कानून में संशोधन के बाद ईवीएम का इस्तेमाल शुरु हुआ, लिहाजा कानून को लागू करना निर्वाचन आयोग का कर्तव्य है. कुमार ने कहा कि उच्चतम न्यायालय सहित कई न्यायिक फैसलों में ईवीएम की प्रशंसा की गई है. जिन लोगों ने ईवीएम के इस्तेमाल के खिलाफ जनहित याचिकाएं दायर की हैं, उन पर अदालतों ने जुर्माना तक लगाया है.
पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने भी ईवीएम पर सवाल उठाने वाली पार्टियों की आलोचना करते हुए कहा था कि इसे 'राजनीतिक फुटबॉल' के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए. कुमार ने याद दिलाया कि आयोग ने अखबारों में एक विज्ञापन प्रकाशित किया था जिसमें विभिन्न विपक्षी दलों का विवरण दिया गया था, जिन्होंने ईवीएम के जरिए चुनाव जीते हैं.
उन्होंने कहा कि 36,000 पेपरट्रेल मशीन (वीवीपीएटी) की गिनती का ईवीएम की गिनती से मिलान किया गया है और परिणाम 100 प्रतिशत सटीक आया है.
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