नई दिल्ली : असम में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) मुद्दे को लेकर विपक्ष ने संसद के ऊपरी सदन राज्यसभा में सोमवार को हंगामा करते हुए इसे अमानवीय करार दिया, जिसके बाद सदन की कार्यवाही बाधित हुई. सदन में सुबह कामकाज शुरू होने के तुरंत बाद तृणमूल कांग्रेस के सांसद खड़े होकर हंगामा करने लगे. तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन इस मुद्दे को उठाना चाहते थे लेकिन हंगामा जारी रहने के कारण ऐसा नहीं कर सकें. तृणमूल कांग्रेस द्वारा उठाए गए इस मुद्दे का कांग्रेस और अन्य विपक्षी नेताओं ने भी समर्थन किया.
सभापति वेंकैया नायडू ने हंगामा कर रहे सदन के सदस्यों से अपनी सीटों पर वापस जाने के लिए कहा क्योंकि वह इस मुद्दे पर चर्चा कराने के लिए तैयार थे.
नायडू ने कहा, "कुछ सदस्यों ने मुझसे मेरे चैंबर में मुलाकात की. मैंने गृहमंत्री (राजनाथ सिंह) से सदन में उपस्थित होने का अनुरोध किया है. वह यहां हैं. सदन में आदेश लाए. गृह मंत्री जवाब देने के लिए तैयार हैं"
राजनाथ सिंह के सदन में मौजूद होने के बावजूद तृणमूल के सदस्य शांत नहीं हुए.
डेरेक ओ ब्रायन और अन्य तृणमूल सदस्यों को शोरगुल के बीच यह कहते सुना गया कि असम में एनआरसी अमानवीय है। इस मुद्दे पर वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिक्रिया भी चाहते हैं.
कुछ तृणमूल नेताओं को यह कहते हुए सुना गया कि उनकी पार्टी ने इस मुद्दे पर स्थगन नोटिस दिया है, लेकिन नायडू ने यह कहते हुए इस दावे को खारिज कर दिया कि उन्हें कोई नोटिस नहीं मिला है. नायडू ने सदस्यों को सदन स्थगित करने की चोतावनी दी, लेकिन वे नहीं माने.
हंगामा जारी रहने पर सदन को अपराह्न 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया.
असम सरकार द्वारा सोमवार को अद्यतन एनआरसी जारी करना निर्धारित है.