चमकी बुखार: नीतीश कुमार का हवाई सर्वे रद्द, अब लू पीड़ितों से अस्पताल में करेंगे मुलाकात
बिहार में चमकी बुखार की चपेट में आने से तकरीबन हर रोज बच्चों की मौत हो रही है. मुजफ्फरपुर में अक्यूट इन्सेफलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) की वजह से मरने वाले बच्चों की संख्या 128 के आंकड़े को छू चुकी है. इसी कड़ी में अब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नवादा और गया का प्रस्तावित हवाई सर्वे रद्द कर दिया है.
नई दिल्ली. बिहार (Bihar) में चमकी बुखार की चपेट में आने से तकरीबन हर रोज बच्चों की मौत हो रही है. मुजफ्फरपुर में अक्यूट इन्सेफलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) की वजह से मरने वाले बच्चों की संख्या 140 के आंकड़े को छू चुकी है. इसी कड़ी में अब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने नवादा और गया का प्रस्तावित हवाई सर्वे रद्द कर दिया है. खबरों की मानें तो अब नीतीश लू पीड़ितों से मिलने के लिए गया के अनुग्रह नारायण मेमोरियल मेडिकल कॉलेज जाएंगे. यहां नीतीश (Nitish Kumar) मरीजों से मुलाकात करने के साथ ही डॉक्टरों-अधिकारियों से बात करेंगे.
ज्ञात हो कि बिहार इन दिनों चमकी बुखार और लू दोनों की दोहरी मार झेल रहा है. चमकी बुखार से अब तक 140 बच्चों की मौत हो चुकी है और पिछले 24 घंटे में 12 लोगों की लू से जान गई है. राज्य में अब तक लू के कारण पिछले तीन दिनों में मरने वालों की तादाद 90 पहुंच गई है. हालांकि गैर आधिकारिक तौर पर दर्जनों जिलों में पिछले तीन दिनों में 250 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं. यह भी पढ़े-बिहार में चमकी बुखार का कहर जारी, मरने वाले बच्चों की संख्या लगभग 140 से ज्यादा
राज्य के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि दरभंगा, सुपौल और मधुबनी के कुल 11 चिकित्सा अधिकारियों की तैनाती मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) में की गयी है. इसके अलावा अन्य जिलों में तैनात तीन बाल रोग विशेषज्ञों और 12 नर्सों को मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) के सिविल सर्जन को रिपोर्ट करने का निर्देश दिया गया है.
गौरतलब है कि हाल ही में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और डिप्टी सीएम सुशील मोदी (Sushil Modi) ने श्रीकृष्णा मेमोरियल कॉलेज एंड हॉस्पिटल का दौरा किया था, जहां चमकी बुखार के कारण सबसे ज्यादा बच्चों की मौत हुई है. यहां सीएम (Nitish Kumar) पीड़ितों और उनके परिजनों से मिले. इस दौरान उन्हें प्रदर्शनकारियों के गुस्से का सामना भी करना पड़ा. लोगों ने नीतीश (Nitish Kumar) वापस जाओ के नारे भी लगाए.