नई दिल्ली: आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए सभी दल पूरे दमखम के साथ तैयारियों में जुट गए है. इस बीच बीजेपी (BJP) में पीएम उम्मीदवार को लेकर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) के नाम की खूब चर्चा हो रही है. कई नेताओं ने भी गडकरी के नाम पर समर्थन जताया है. वहीं गडकरी ने पीएम बनाए जाने की अटकलों पर विराम लगा दिया है.
समाचार एजेंसी एएनआइ से बातचीत के दौरान नरेंद्र मोदी की जगह 2019 चुनावों में प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार बनने की संभावना के प्रश्न के जवाब में गडकरी ने कहा “ऐसा कोई सवाल ही नहीं उठता है, वह अभी जहां हैं उसी में काफी खुश हैं. मुझे पहले गंगा का काम पूरा करना है, 13-14 देशों को जोड़ने वाले एक्सप्रेस हाईवे एक्सेस कंट्रोल के निर्माण और चार धाम के लिए सड़क बनाने का काम पूरा करना है. इसके अलावा अन्य कई काम भी पूरे करने हैं। मैं इन सभी कार्यों से बेहद खुश हूं और इन्हें पूरा करना चाहता हूं.”
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इसके साथ ही गडकरी ने चुनावों से पहले हो रहे गठबंधन पर कहा कि “राजनीति समझौतों और सीमाओं का खेल है. जब किसी पार्टी को लगता है कि वह सामने वाली पार्टी को पराजित नहीं कर सकती है, तो वे गठबंधन कर लेते हैं. कोई भी गठबंधन खुशी से नहीं होता है. यह हर पार्टी की मजबूरी होती है. यह मोदी जी और बीजेपी का डर है कि वे पार्टियां जो एक-दूसरे को नापंसद करती थीं, वे आज गले लग रही हैं.'
नेतृत्व में नहीं होगा बदलाव-
बीजेपी ने नेतृत्व में बदलाव की बात को स्पष्ट रूप से खारिज कर दिया और कहा कि सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ही 2019 का चुनाव लड़ेगी. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने बुधवार को कहा "नेतृत्व में बदलाव का प्रश्न ही नहीं उठता. मोदीजी के नेतृत्व में ही राजग 2019 का चुनाव लड़ेगी."
गौरतलब हो कि महाराष्ट्र के प्रमुख किसान नेता व वसंतराव नाईक शेटी स्वावलंबन मिशन (वीएनएसएसएम) के अध्यक्ष किशोर तिवारी तिवारी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत और महासचिव भैयाजी सुरेश जोशी को पत्र लिखकर कहा था कि अगर बीजेपी 2019 का चुनाव जीतना चाहती है तो 'अहंकारी' मोदी को हटाकर 'विनम्र' नितिन गडकरी को उनकी जगह ले आए.