संसद में राजनाथ बोले- पहले भी होती रही है मॉब लिंचिंग, रोकना राज्यों की जिम्मेदारी

संसद के मानसून अधिवेशन के दुसरे दिन गुरुवार को भी मॉब लिंचिंग के मुद्दे पर लोकसभा में कांग्रेस समेत विपक्षी सांसदों ने जमकर हंगामा किया. इस दौरान कांग्रेस ने सरकार से पक्ष रखने को कहा.

गृहमंत्री राजनाथ सिंह (Photo Credits: PTI)

नई दिल्ली: संसद के मानसून अधिवेशन के दुसरे दिन गुरुवार को भी मॉब लिंचिंग के मुद्दे पर लोकसभा में कांग्रेस समेत विपक्षी सांसदों ने जमकर हंगामा किया. इस दौरान कांग्रेस ने सरकार से पक्ष रखने को कहा. जिसके जवाब में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, "यह सच है कि देश के कई भागों में लिंचिंग के घटनाओं में कई लोगों की जान गई लेकिन ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है.”

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मॉब लिंचिंग के कारण जिनकी भी मौत हुई, मैं सरकार की ओर से उसकी कड़ी निंदा करता हूं." लोकसभा में मॉब लिंचिंग की घटनाओं पर चर्चा के दौरान सिंह ने कहा कि ऐसी घटनाओं को रोकने की जिम्मेदारी राज्यों की है. देश में बढ़ रही मॉब लिंचिंग की घटनाओं के मुद्दे पर कांग्रेस ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव दिया था.

केंद्र सरकार के जवाब के बाद कांग्रेस सांसदों ने सदन से वॉकआउट कर दिया. कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने संसद से बाहर निकालकर कहा कि मॉब लिंचिंग पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह का बयान संतुष्ट करने वाला नहीं था. इसीलिए हमने सदन से वॉकआउट किया. यह पिंग-पॉन्ग का गेम नहीं है, जिसमें राज्य और केंद्र एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डालते रहें.

सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही बच्चा चोर की अफवाहों से उत्तेजित होकर भीड़ द्वारा पीट-पीटकर कर कम से कम 27 लोगों को मौत के घाट उतरा जा चुका है. ऐसी हत्याओं को रोकने के लिए भले ही सरकार एड़ी चोटी का बल लगा रही हो लेकिन ऐसी घटनाओं में कोई खासा कमी नहीं आ रही है. इन घटनाओं में सोशल मीडिया की अफवाहों के कारण बच्चा उठाने या चोरी करने के संदेह में लोगों द्वारा हत्याएं की गईं. मॉब लिंचिंग का शिकार होते-होते बचे तीन साधु, बच्चा चोर की फैली थी अफवाह

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