गरीबों और मजदूरों को केंद्र सरकार का तोहफा, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मिलेंगे सस्ते किराये पर घर
कोरोना महामारी का संकट देश में खत्म नहीं हुआ है. इस वायरस से संक्रमितों की संख्या में रोजाना इजाफा हो रहा है. कोरोना के चलते देश में लॉकडाउन चल रहा है. जिसके चलते प्रवासी मजदुर बड़ी संख्या में देश के अलग-अलग जगहों पर फंसे हुए हैं. देश के कई जगहों से ऐसी तस्वीरें प्रवासी मजदूरों की सामने आई हैं जो सरकारी दावों की पोल खोल रही हैं.
नई दिल्ली. कोरोना महामारी (Coronavirus Outbreak) का संकट देश में खत्म नहीं हुआ है. इस वायरस से संक्रमितों की संख्या में रोजाना इजाफा हो रहा है. कोरोना के चलते देश में लॉकडाउन चल रहा है. जिसके चलते प्रवासी मजदुर बड़ी संख्या में देश के अलग-अलग जगहों पर फंसे हुए हैं. देश के कई जगहों से ऐसी तस्वीरें प्रवासी मजदूरों की सामने आई हैं जो सरकारी दावों की पोल खोल रही हैं. कोरोना के चलते पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज का ऐलान किया है. इसी कड़ी में आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (FM Nirmala Sitharaman) ने 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दूसरी किस्त का ब्योरा दिया है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस दौरान प्रवासी मजदूरों और गरीबों को लेकर कई ऐलान किये हैं. जिसके तहत प्रवासी मजदूरों और शहरी गरीबों को सस्ते किराए पर मकान दिलवाने की योजना है. इन मजदूरों को ये घर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत सस्ते किराए पर मिलेंगे. यह भी पढ़े-वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा-बेघर लोगों को शेल्टर होम में 3 वक्त खाना दिया जा रहा है, उनके लिए पैसे की भी व्यवस्था की गई है
ANI का ट्वीट-
वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि 8 करोड़ प्रवासी मजदूरों के राशन के लिए 3500 करोड़ का प्रावधान सरकार करने जा रही है. प्रति व्यक्ति 2 महीने मुफ्त 5-5 किलो चावल और गेहूं और 1 किलो चना प्रत्येक परिवार को सरकार की तरफ से दिया जाएगा. उन्होंने आगे कहा कि 'वन नेशन वन राशन कार्ड' सभी प्रवासी मजदूरों के लिए लाने वाले हैं. इसकी मदद से आप राज्य के किसी भी उचित मुल्य की दुकान से अपना राशन खरीद सकते हैं.