मुंबई: महाराष्ट्र में मराठा समुदाय के लिए आरक्षण की मांग को लेकर चल रहा राज्यव्यापी प्रदर्शन हिंसक होने के बाद महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने इस पूरे मामले पर बयान दिया है. उन्होंने कहा कि सरकार ने मराठा समुदाय के विरोध का संज्ञान लिया है और इसपर कई फैसले लिए हैं. सरकार उनसे बात करने के लिए तैयार है. साथ ही सीएम ने कहा कि सरकार ने मराठा समुदाय के आरक्षण के लिए कानून बनाया था लेकिन बॉम्बे हाईकोर्ट ने उसपर स्टे लगा दिया था. राजनीतिक तौर पर प्रभावशाली मराठा समुदाय के लिए आरक्षण का मामला बेहद विवादास्पद मुद्दा है. राज्य की आबादी में करीब 30 फीसदी मराठा हैं.
मुंबई बंद में स्कूल और कॉलेजों को शामिल नहीं किया गया था, फिर भी कुछ जगहों पर एहतियातन स्कूलों में छुट्टी दे दी गई है. मराठा मोर्चा ज़रूरी सेवाओं को भी प्रभावित नहीं करने का फ़ैसला लिया है.
The government has taken cognisance of protest by Maratha community and has taken several decisions. Govt is ready to talk to them. Govt had made a law for reservation to the community but that was stayed by Bombay HC: Maharashtra CM Devendra Fadnavis pic.twitter.com/YLwht6EQpv
— ANI (@ANI) July 25, 2018
ज्ञात हो कि प्रदर्शनकारियों के पथराव में एक कांस्टेबल की मौत हो गई जबकि नौ अन्य जख्मी हो गए. आज मराठा क्रांति मोर्चा ने मुंबई बंद का आह्वान किया था. मुंबई में सुबह कई जगहों पर बेस्ट बसों पर पथराव किया गया. ठाणे में ट्रेनें रोक दी गईं. लेकिन दोपहर होते-होते हिंसा तेज होते देख मराठा क्रांति मोर्चा ने मुंबई बंद वापस ले लिया.
बता दे कि महाराष्ट्र बंद का सबसे ज्यादा असर औरंगाबाद और आसपास के जिलों में देखने को मिला है. जहां कल आरक्षण के पक्ष में निकाले गए मार्च के दौरान एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई थी. जहर खाने वाले दूसरे प्रदर्शनकारी की भी अस्पताल में मौत हो गई.