मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव (Maharashtra Assembly Elections) को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) और शिवसेना के बीच चुनाव का बिगुल बजने से पहले ही खींचतान चल रही थी. जो कई दिनों तक चले खींचतान के बाद दोनों पार्टी के बीच सीटों का बंटवारा हो गया है. मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो महाराष्ट्र विधानसभा की 288 सीटों में बीजेपी 144 सीटों पर तो वहीं शिवसेना को 126 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. जबकि सहयोगी दल को 18 सीटें दी गई है. इसके साथ ही शिवसेना ने बीजेपी से मांग की थी कि चुनाव में जीत मिलने के बाद सरकार में शिवसेना पार्टी का उपमुख्यमंत्री (Deputy Chief Minister) होगा. जो बीजेपी ने शिवसेना की इस मांग को भी मान लिया है.
बता दें कि महाराष्ट्र में विधानसभा का चुनाव 21 अक्टूबर को होने है. जिन वोटों की गिनती 24 अक्टूबर किया जाने वाला है. ऐसे में दोनों पार्टी के बीच सीटों का बंटवार होने के बाद दोनों पार्टी के नेता अब जोर-शोर से चुनाव प्रचार में लग जाएंगे. ताकि चुनाव में उन्हें जीत मिल सके.क्योंकि जिस तरफ से राज्य में बीजेपी और शिवसेना मिलकर चुनाव लड़ने जा रही है. उसी तरह से एनसीपी और कांग्रेस भी गठबंधन के तहत चुनाव लड़ रही है. ताकि विरोधी पार्टी बीजेपी- शिवसेना को चुनाव में शिकस्त दिया जा सके. यह भी पढ़े: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2019: राज ठाकरे की पार्टी मनसे सियासी अखाड़े में उतार सकती है अपने कैंडिडेट
गौरतलब हो कि 2014 विधानसभा चुनाव में में भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना के बीच सीटों के बंटवारे पर सहमित नहीं बनने पर दोंनो पार्टियां अलग- अलग चुनाव लड़ा था. जिसमें बीजेपी को 122 सीटों पर जीत मिली थी. वहीं शिवसेना को 63 सीटों से ही अपने को संतोष करना पड़ा.जिसके बाद शिवसेना ने बीजेपी को सरकार बनाने के लिए अपना समर्थन दिया. जो बीजेपी ने पार्टी के युवा नेता देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) को राज्य का मुख्यमंत्री बनाया.