महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2019: पीएम मोदी पर विपक्ष का बड़ा आरोप, कहा- प्रधानमंत्री के पुणे रैली के लिए काटे गए पेड़

महाराष्ट्र में विपक्षी दलों ने आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 17 अक्टूबर को होने वाली रैली के लिए पुणे के सर परशुराम कॉलेज परिसर में कुछ पेड़ सोमवार को काट दिए गए

हरियाणा में पीएम मोदी (Photo Credit-Twitter)

मुंबई: महाराष्ट्र में विपक्षी दलों ने आरोप लगाया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की 17 अक्टूबर को होने वाली रैली के लिए पुणे के सर परशुराम कॉलेज ( Sir Parshuram College) परिसर में कुछ पेड़ सोमवार को काट दिए गए. प्रधानमंत्री की रैली इसी कालेज के मैदान पर होनी है. कॉलेज के अधिकारियों ने मंगलवार को इस आरोप से इनकार किया और कहा कि खतरनाक तरीके से लटक रहीं कुछ शाखाएं काटी गयी हैं। ऐसा वहां खेलने वाले छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए किया गया है और उसका प्रधानमंत्री के कार्यक्रम से कोई लेना-देना नहीं है.

राकांपा सांसद वंदना चव्हाण ने आरोप लगाया कि जिस मैदान में रैली होनी है, उसके बाहर लगे कुछ पेड़ों को कॉलेज प्रशासन द्वारा काटा गया. उन्होंने कहा, ‘‘हमें मिली जानकारी के अनुसार, पेड़ों को तने से काटा गया है जो अस्वीकार्य है. उन्होंने इस ‘‘कठोर कृत्य’’ के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की.महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) की नेता रूपाली पाटिल ने भी कहा कि पेड़ काटे गए हैं. यह भी पढ़े: विधानसभा चुनाव 2019: पीएम मोदी हरियाणा से ज्यादा महाराष्ट्र में करेंगे रैली, क्या शिवसेना से सतर्क रहने की है रणनीति?

उन्होंने दावा किया कि उन लोगों ने पेड़ों को काट दिया क्योंकि उन्हें लगता है कि पेड़ों से प्रधानमंत्री की रैली में बाधा आएगी. हालांकि, पुणे भाजपा इकाई की अध्यक्ष माधुरी मिसाल ने आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि पेड़ों के काटने का प्रधानमंत्री के कार्यक्रम से कोई संबंध नहीं है। वह कॉलेज का संचालन करने वाली शिक्षण प्रसारक मंडली के ट्रस्टियों में से एक हैं.

उनहोंने कहा कि हाल की बारिश में दो पेड़ गिर गए थे। उस मैदान पर मंडली के पांच संस्थानों के छात्र खेलते हैं, इसलिए यह उनकी सुरक्षा का विषय हो सकता है. इसलिए हमने पुणे नगर निगम के उद्यान विभाग से कुछ पेड़ों को काटने की अनुमति मांगी. उन्होंने कहा कि अनुमति मिलने के बाद सोमवार को पेड़ों को काटा गया। इसका प्रधानमंत्री की रैली से कोई संबंध नहीं है क्योंकि रैली के लिए मंच ऐसे स्थान पर बनाया जा रहा है जो वहां से दूर है जहां कुछ पेड़ काटे गए हैं। दोनों चीजें अलग हैं.

Share Now

\