महाराष्ट्र (Maharashtra) में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) और कांग्रेस (Congress) नेताओं की बैठक के बाद मंगलवार शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई. इस दौरान शिवसेना (Shiv Sena) को समर्थन के सवाल पर एनसीपी प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने कहा कि हमें कोई जल्दबाजी में नहीं हैं. हम कांग्रेस के साथ चर्चा करेंगे और उसके बाद फैसला लेंगे. वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल (Ahmed Patel) ने कहा कि एनसीपी से बात करने के बाद ही हम शिवसेना से बात करेंगे. उन्होंने कहा कि जिस तरह से राष्ट्रपति शासन (President's Rule) लागू किया गया है, उसकी मैं आलोचना करता हूं. यह लोकतंत्र और संविधान का मजाक उड़ाने की कोशिश है. कांग्रेस को सरकार बनाने का न्योता ना देना राज्यपाल की गलती है.
वहीं, शरद पवार ने कहा कि हम महाराष्ट्र में दोबारा चुनाव नहीं चाहते हैं. उन्होंने कहा कि सरकार कैसे बनाना है? सरकार की नीति क्या होगी? जब तक कांग्रेस-एनसीपी के बीच यह तय नहीं होगा, आगे बढ़ने का कोई मतलब नहीं. यह भी पढ़ें- महाराष्ट्र में फिर लगा राष्ट्रपति शासन, जानिए इससे पहले और कब-कब हुआ था लागू.
NCP Chief Sharad Pawar: We are in no hurry. We will hold discussions with Congress and then take a decision (to support Shiv Sena). #MaharashtraGovtFormation pic.twitter.com/MYYYgEpKv0
— ANI (@ANI) November 12, 2019
इससे पहले एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल ने बताया कि शिवसेना ने पहली बार 11 नवंबर को अधिकृत रूप से कांग्रेस-एनसीपी से समर्थन मांगा था. फैसले से पहले सभी पहलुओं पर चर्चा होगी. आम सहमति बनने के बाद आगे की नीति तय की जाएगी.