Maharashtra: फडणवीस कैबिनेट का 14 दिसंबर को विस्तार; ये नेता बन सकते हैं मंत्री; इन दिग्गजों का कट सकता है पत्ता
महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल तेज हो गई है. 14 दिसंबर को महायुति गठबंधन के मंत्रिमंडल विस्तार की संभावना जताई जा रही है. 16 दिसंबर से शुरू होने वाले शीतकालीन विधानसभा सत्र से पहले मंत्रिमंडल विस्तार की संभावना है.
मुंबई: महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल तेज हो गई है. 14 दिसंबर को महायुति गठबंधन के मंत्रिमंडल विस्तार की संभावना जताई जा रही है. 16 दिसंबर से शुरू होने वाले शीतकालीन विधानसभा सत्र से पहले मंत्रिमंडल विस्तार की संभावना है. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली सरकार ने हाल ही में विधानसभा में विश्वास मत पास किया. इस बार के मंत्रिमंडल विस्तार में कुछ पुराने चेहरों को हटाकर नए चेहरों को शामिल करने की योजना बनाई गई है.
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किन नेताओं को मिल सकता है मौका?
बीजेपी, शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP-अजित पवार गुट) से कई नेताओं को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है.
बीजेपी के संभावित मंत्री
बीजेपी से इन नेताओं को मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने की संभावना है:
- गिरीश महाजन
- चंद्रशेखर बावनकुले
- सुधीर मुनगंटीवार
- पंकजा मुंडे
- आशीष शेलार
- मंगल प्रभात लोढ़ा
- शिवेंद्र राजे भोसले
- चंद्रकांत पाटिल
- रवींद्र चव्हाण
- अतुल सावे
- मधुरी मिसाल
- देव्यानी फरांडे
- संजय कुटे
- गणेश नाइक
शिवसेना के संभावित मंत्री
डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले शिवसेना गुट से ये नेता मंत्री बन सकते हैं:
- उदय सामंत
- शंभुराज देसाई
- दादा भुसे
- गुलाबराव पाटिल
- संजय शिरसाट
- प्रताप सरनाईक
- भारत गोगावले
- आशीष जायसवाल
- राजेश खिरसागर
- अर्जुन खोतकर
एनसीपी के संभावित मंत्री
अजित पवार गुट से ये नेता मंत्री बन सकते हैं:
- छगन भुजबल
- धनंजय मुंडे
- अदिति तटकरे
- नरहरि झिरवल
- संजय बंसोड़
- धर्मराव बाबा आत्रम
- दत्ता बारणे
- अनिल भैदास पाटिल
- मकरंद अबा पाटिल
कौन हो सकते हैं मंत्रिमंडल से बाहर?
सूत्रों के अनुसार, प्रदर्शन और छवि खराब होने के कारण कई वरिष्ठ नेताओं को मंत्रिमंडल से बाहर किया जा सकता है. इनमें शामिल हैं:
- संजय राठौड़ (शिवसेना, जल संसाधन विभाग)
- अब्दुल सत्तार (शिवसेना, अल्पसंख्यक विभाग)
- तनाजी सावंत (शिवसेना, स्वास्थ्य विभाग)
- दिलीप वलसे पाटिल (NCP, सहकारिता विभाग)
- हसन मुशरिफ (NCP, मेडिकल एजुकेशन विभाग)
- सुरेश खाडे (बीजेपी, श्रम विभाग)
- विजयकुमार गावित (बीजेपी, आदिवासी कल्याण विभाग)
मंत्रिमंडल विस्तार का उद्देश्य न केवल नए चेहरों को मौका देना है, बल्कि राज्य के विभिन्न क्षेत्रों और समुदायों को संतुलित प्रतिनिधित्व देना भी है. मंत्रिमंडल विस्तार के साथ महाराष्ट्र की राजनीति में नई दिशा तय होगी. यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या ये नए चेहरे महायुति सरकार की छवि को मजबूत कर पाएंगे.