Maharashtra Government Formation: सोमवार को संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हुआ. इस सत्र के हंगामेदार होने के अनुमान के बीच शिवसेना ने आज महाराष्ट्र के किसानों के मुद्दे पर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव दिया. वहीं, पार्टी के सांसदों ने संसद भवन के बाहर विरोध प्रदर्शन भी किया. बता दें कि लोकसभा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव साथ लड़ी बीजेपी और शिवसेना के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर रिश्तों में खटास आ गयी. महाराष्ट्र की सियासी जंग का असर दिल्ली में भी देखने को मिला. शिवसेना केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ आक्रामक हो गई है.
बता दें कि महाराष्ट्र में बेमौसम हुई बारिश से किसानों का काफी नुक्सान हुआ है. इस दौरान सोयाबीन, ज्वार, मक्का और कपास के किसानों की फसल बर्बाद हो गयी. राज्य के गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी ने बेमौसम बारिश से परेशान किसानों के लिए प्रति हेक्टेयर 8 हजार रुपये वित्तीय मदद का ऐलान किया है. बहरहाल, शिवसेना के सांसदों ने आज महाराष्ट्र को प्राकृतिक आपदा ग्रस्त घोषित करने के लिए संसद भवन परिसर में विरोध प्रदर्शन किया.
Delhi: Shiv Sena MPs protest at Parliament demanding to declare unseasonal rains in Maharashtra as natural calamity pic.twitter.com/KbyWwga2Jo
— ANI (@ANI) November 18, 2019
ज्ञात हो कि महाराष्ट्र में सियासी संकट जारी है. सूबे में पिछले महीने हुए विधानसभा चुनावों के बाद कोई भी पार्टी सरकार नहीं बना सकी है. सूबे में किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला है. शिवसेना मुख्यमंत्री पद को लेकर बीजेपी से अलग हो गई है. इस बीच उद्धव ठाकरे की पार्टी कांग्रेस-एनसीपी के समर्थन के सहारे महाराष्ट्र पर राज करने की रणनीति बना रही हैं. इसी को लेकर दिल्ली में आज एनसीपी प्रमुख शरद पवार और कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के बीच एक बेहद महत्वपूर्ण बैठक होनी है.