महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2019: बीजेपी-शिवसेना के बीच तकरार, सीट शेयरिंग फॉर्मूले पर नहीं बन रही बात
महाराष्ट्र में अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी और शिवसेना के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर सहमति बनती नहीं दिख रही है. बीजेपी ज्यादा सीटों के लिए जहां लोकसभा चुनाव में वोट में हिस्सेदारी बढ़ने का तर्क दे रही है. वहीं शिवसेना आरे भूमि विवाद, कांग्रेस और एनसीपी के नेताओं को बीजेपी में शामिल करने और राम मंदिर मुद्दे पर उसे हाशिए पर डालने की कोशिश कर रही है.
Maharashtra Assembly Elections 2019: महाराष्ट्र में अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) और शिवसेना (Shiv Sena) के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर सहमति बनती नहीं दिख रही है. एकतरफ बीजेपी ज्यादा सीटों के लिए जहां 2019 के लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2019) में वोट में हिस्सेदारी बढ़ने का तर्क दे रही है. वहीं शिवसेना आरे भूमि विवाद, कांग्रेस और एनसीपी के नेताओं को बीजेपी में शामिल करने और राम मंदिर (Ram Mandir) मुद्दे पर उसे हाशिए पर डालने की कोशिश कर रही है. महाराष्ट्र में विधानसभा की कुल 288 सीटें हैं. शिवसेना 135 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है और बीजेपी को भी इतनी ही सीटें देना चाहती है.
वहीं, बाकी की 18 सीटें सहयोगियों के लिए रखने के फॉर्मूले पर शिवसेना राजी है लेकिन अब बीजेपी इसे स्वीकार नहीं कर रही. शिवसेना के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, 'बीजेपी-शिवसेना को 120 से ज्यादा सीट नहीं देना चाहती और यह हमें स्वीकार नहीं है. इस साल फरवरी में गठबंधन की घोषणा से पहले उद्धव जी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के बीच विधानसभा चुनाव में बराबर सीटों पर लड़ने की सहमति बनी थी.' हालांकि बीजेपी के एक नेता ने तर्क दिया कि 2014 के चुनाव के मुकाबले इस साल आम चुनाव में पार्टी की वोट साझेदारी बढ़ गई है. यह भी पढ़ें- महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2019: प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बालासाहेब थोराट ने कहा- 20 सितंबर को जारी होगी 50 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट.
उन्होंने कहा, ‘बल्कि हमारे नेता (प्रधानमंत्री) नरेंद्र मोदी की छवि के बूते ही लोकसभा में शिवसेना के 18 नेता अपनी सीटों को सुरक्षित रख पाए. इसलिए हम उम्मीद करते हैं कि शिवसेना के मुकाबले हमें ज्यादा सीटें मिलें. यह हालिया रुझान को देखते हुए ही है.’ शिवसेना कई मुद्दों पर बीजेपी को आड़े हाथों ले रही है. कांग्रेस और एनसीपी के नेताओं को बीजेपी में शामिल करने और अयोध्या में राम मंदिर बनाने की मांग को लेकर वह उस पर हमला कर रही है. हालांकि बीजेपी नेता इसे शिवसेना का दांव बता रहे हैं ताकि वह सीटों के बंटवारे पर मोलभाव कर सके.
उधर, सीट बंटवारे के फॉर्मूले को लेकर दोनों पार्टियों के बीच जारी रस्साकशी के बीच केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार को भरोसा जताया कि आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी-शिवसेना का गठबंधन होगा. नागपुर में आयोजित ‘विदर्भ विजय संकल्प’ सम्मेलन में बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए गडकरी ने कहा, ‘कार्यकर्ताओं को पार्टी और इसकी विचारधारा के साथ खड़े होने का संकल्प लेना चाहिए. उन्हें पार्टी की ओर से तय प्रत्याशियों के साथ खड़ा होना चाहिए. मैं मानता हूं कि बीजेपी-शिवसेना का गठबंधन होगा.'
भाषा इनपुट