Madhya Pradesh: शिवराज सिंह चौहान बोले-मप्र में ज्यादा बारिश से साढ़े 9 हजार करोड़ का नुकसान

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में ज्यादा बारिश और बाढ़ की वजह से शुरुआती आकलन के मुताबिक लगभग 9 हजार 500 करोड़ की नुकसान हुआ है. मुख्यमंत्री चौहान ने शुक्रवार को निवास पर, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का अवलोकन और अध्ययन करने आए केन्द्रीय अध्ययन दल के सदस्यों से चर्चा करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में बीते पखवाड़े अतिवर्षा से हुई हानि की विस्तृत जानकारी केन्द्र सरकार को दी गई है.

CM शिवराज सिंह चौहान ( फोटो क्रेडिट- ANI)

भोपाल 11 सितंबर. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में ज्यादा बारिश और बाढ़ की वजह से शुरुआती आकलन के मुताबिक लगभग 9 हजार 500 करोड़ की नुकसान हुआ है. मुख्यमंत्री चौहान ने शुक्रवार को निवास पर, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का अवलोकन और अध्ययन करने आए केन्द्रीय अध्ययन दल के सदस्यों से चर्चा करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में बीते पखवाड़े अतिवर्षा से हुई हानि की विस्तृत जानकारी केन्द्र सरकार को दी गई है.

उन्होंने बताया कि, " प्रदेश में फसलें, मकान, पशु हानि के साथ सड़कों की क्षति के कारण व्यवस्थाएं प्रभावित हुई हैं. इस स्थिति में लोगों को उनके घरों से रेस्क्यू कर राहत शिविरों में पहुंचाया गया. जनहानि न हो इसके प्रयास किए गए और इसमें सफलता भी मिली. प्रारंभिक तौर पर जो जानकारी सामने आई है, उसके मुताबिक लगभग साढ़े नौ हजार करोड़ का नुकसान हुआ है." यह भी पढ़ें-पीएम मोदी की योजनाओं में पं. दीनदयाल उपाध्याय का एकात्म मानव दर्शन: CM शिवराज सिंह चौहान

चौहान के मुताबिक, " नुकसान का सर्वे निरंतर जारी है और ज्यादा नुकसान की स्थिति भी सामने आ सकती है. राज्य सरकार ने प्रभावित लोगों को ज्यादा से ज्यादा सहायता दी है. आगे भी राहत पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बीमा और राहत राशि से नुकसान की भरपाई की जा रही है.

मुख्यमंत्री चौहान ने बताया कि सीहोर, रायसेन, होशंगाबाद, हरदा, देवास समेत इन्दौर, आगर-मालवा, भोपाल और छिंदवाड़ा में औसत से 26 से 39 प्रतिशत तक ज्यादा बारिश अगस्त माह में दर्ज की गई. अतिवर्षा और बाढ़ से 24 जिलों में लगभग 11 लाख 30 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में फसलों का नुकसान हुआ है और करीब 11 लाख 34 हजार किसान प्रभावित हुए हैं. इसके साथ ही लगभग 60 हजार मकान बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुए. सरकार ने फौरी राहत के लिए पूरे प्रयास किए हैं। अभी भी लोगों को राहत की आवश्यकता है. मुख्यमंत्री चौहान ने केन्द्रीय दल से प्रदेश के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के विस्तृत निरीक्षण और प्रभावित व्यक्तियों से मुलाकात और चर्चा के बाद क्षति की विस्तृत रिपोर्ट पेश करने का आग्रह किया है.

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