मध्य प्रदेश: MPPSC की परीक्षा पेपर में भील जनजाति को बताया गया अपराधी, बीजेपी MLA राम दांगोरे ने की FIR दर्ज करने की मांग
मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा में पुछे गए एक सवाल के बाद सूबे की कमलनाथ सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है. विवाद तो होना तय था क्योंकि सवाल एक जनजाति से जो जुड़ा हुआ है. बताना चाहते है कि एमपीपीएससी के प्रश्नपत्र में भील जनजाति को शराब में डूबा रहने वाला और आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहने वाली जनजाति कहा गया है. यह सवाल एमपीपीएससी के CSAT परीक्षा में पूछा गया है.
भोपाल. मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा में पुछे गए एक सवाल के बाद सूबे की कमलनाथ सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है. वैसे विवाद तो होना तय था क्योंकि सवाल एक जनजाति से जो जुड़ा हुआ है. बताना चाहते है कि एमपीपीएससी (Madhya Pradesh Public Service Commission) के प्रश्नपत्र में भील जनजाति को शराब में डूबा रहने वाला और आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहने वाली जनजाति कहा गया है. यह सवाल एमपीपीएससी के CSAT परीक्षा में पूछा गया है.
परीक्षा में पूछे गए इस सवाल को लेकर भील समाज के लोग बेहद नाराज हो गए हैं. लोगों ने इसे लेकर खंडवा में अपनी नाराजगी भी व्यक्त की है. वही मामले को तूल पकड़ता देख बीजेपी भी सरकार पर हमलावर हो गई है. पुरे मसले पर भील समाज से ताल्लुक रखने वाले और पंधाना सीट से बीजेपी विधायक राम दांगोरे ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग से पुरे मामले की शिकायत करेंगे। साथ ही उन्होंने मांग की है कि जिसने भी यह प्रश्नपत्र तैयार किया है उसे तुरंत सस्पेंड कर उसके खिलाफ मामला दर्ज किया जाए. यह भी पढ़े-मध्यप्रदेश लोकसेवा आयोग परीक्षा में 2019 से होगी आयु गणना, छात्रों को मिलेगा यह लाभ
ANI का ट्वीट-
ज्ञात हो कि मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा का आयोजन रविवार को किया गया था. साथ ही परीक्षा के एक प्रश्न पत्र में भील जनजाति के लोगों को आय से अधिक खर्च करने वाला और शराब में डूबा रहने वाला बताते हुए कहा गया है कि वे आपराधिक प्रवृति के लोग होते हैं. हालांकि पुरे मामले पर प्रशासन की तरफ से कोई बयान सामने नहीं आया है.