Loksabha Elections 2019: चुनाव योग द्वारा लोकसभा चुनावों के ऐलान से पहले ही कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों की पहली सूचि जारी कर दी है. पार्टी ने उत्तर प्रदेश और गुजरात की 15 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा की. इस सूचि में UPA प्रमुख सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का नाम हैं. उत्तर प्रदेश में रायबरेली से सोनिया गांधी, अमेठी से राहुल गांधी, फर्रुखाबाद से पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद, धौरहरा से जितिन प्रसाद, बदायूं से सलीम शेरवानी, कुशीनगर से आरपीएन सिंह, फैजाबाद से निर्मल खत्री और सहारनपुर से इमरान मसूद को उम्मीदवार बनाया गया है. इसी तरह उन्नाव से अनु टंडन, अकबरपुर से राजाराम पाल और जालौन से बृजलाल खबरी को टिकट दिया गया है.
बहरहाल, कांग्रेस की पहली सूचि में पार्टी की हासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) को जगह नहीं मिली है. प्रियंका गांधी किस सीट से चुनाव लड़ेगी इसको लेकर उत्सुकता बरकरार है. इस बीच कहा जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी बीजेपी को सीधे टक्कर देने की रणनीति बना रही हैं. ऐसे में वो इन तीन सीटों से चुनाव लड़ सकती हैं.
वाराणसी:
प्रियंका वाराणसी से चुनाव लड़ सीधे पीएम मोदी को टक्कर दे सकती है. उनके ऐसा करने से ये मैसेज जाएगा की कांग्रेस पीएम मोदी और बीजेपी को आसानी से जीतने नहीं देगी. पूर्वांचल का केंद्र माने जाने वाली वाराणसी लोकसभा सीट देश की सबसे अहम सीटों में से एक है. कांग्रेस पार्टी अगर उन्हें वाराणसी प्रत्याशी बनती हैं तो वे सपा-बसपा से बातचीत कर वाराणसी से उम्मीदवार नहीं उतारने का अनुरोध कर सकती हैं. अगर ऐसा हुआ तो कांग्रेस और बीजेपी के बीच सीधी टक्कर होगी. मुकाबला दिलचस्प भी होगा. हालांकि, पीएम मोदी का पलड़ा भरी ही रहेगा.
गोरखपुर:
गोरखपुर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गढ़ है. वे यहां से कई बार सांसद रह चुके हैं. हालांकि, पिछले साल हुए उपचुनावों में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा था. प्रियंका गांधी अगर यहां से चुनाव लड़ती हैं तो वह सीधे तौर पर उत्तर प्रदेश में बीजेपी को उनके ही गढ़ में टक्कर देंगी. सपा-बसपा और निषाद पार्टी से तालमेल कर वो यहां से जीत भी सकती हैं.
इलाहाबाद-फूलपुर:
कांग्रेस पार्टी इलाहाबाद या फूलपुर से भी प्रियंका को चुनावी मैदान में उतार सकती हैं. इलाहाबाद में महिलाओं और युवा वोटरों की संख्या ज्यादा है ऐसे में प्रियंका उन्हें आकर्षित कर सकती हैं. 2014 के चुनाव में ये सीट भारतीय जनता पार्टी के खाते में गई थी. इसके आलावा वो देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की पारंपरिक सीट फूलपुर से भी चुनाव लड़ सकती है. हाल ही में हुए उपचुनाव में यहां से सपा के प्रत्याशी ने जीत दर्ज की थी.
बहरहाल, प्रियंका कई से भी चुनाव लड़े कांग्रेस उन्हें जीतने के लिए एडी-चोटी का दम लगा देगी.