राजनीति में फिर आए बजरंगी बली, योगी बोले-विपक्षियों के पास 'अली' तो हमारे पास 'बजरंगबली'

यूपी सीएम ने कहा कि दलित-मुस्लिम एकता संभव नहीं है, क्योंकि विभाजन के वक्त दलित नेताओं के साथ पाकिस्तान में किस तरह का बर्ताव हुआ, ये दुनिया ने देखा है. उन्होंने कहा कि भारत में बाबा साहेब अंबेडकर बड़े दलित नेता हुए, लेकिन योगेश मंडल बंटवारे के वक्त पाकिस्तान चले गए थे.

योगी आदित्यनाथ (Photo Credits: ANI/File)

नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव 2019 के पहले चरण के लिए होने वाले मतदान से दो दिन पहले यूपी (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि हिंदुओं के पास भारतीय जनता पार्टी (BJP) के अलावा कोई और विकल्प नहीं बचा है, देश में दलित-मुस्लिम एकता संभव नहीं है. योगी आदित्याथ (CM Yogi Adityanath) ने बहुजन समाज पार्टी (BSP) और समाजवादी पार्टी (SP) पर जमकर निशाना साधा. मेरठ में मंगलवार को योगी ने कहा कि अगर एसपी-बीएसपी और कांग्रेस (Congress) का भरोसा अली में है तो हमारा भरोसा बजरंगबली में है. बता दें कि देवबंद में हुई गठबंधन की रैली में मायावती (Mayawati) ने खासतौर पर मुस्लिमों को संबोधित करते हुए कहा था कि वे अपना वोट बंटने ना दें और केवल गठबंधन के लिए ही वोट दें.

यूपी सीएम (Uttar Pradesh CM) ने कहा कि दलित-मुस्लिम एकता संभव नहीं है, क्योंकि विभाजन के वक्त दलित नेताओं के साथ पाकिस्तान (Pakistan) में किस तरह का बर्ताव हुआ, ये दुनिया ने देखा है. उन्होंने कहा कि भारत में बाबा साहेब अंबेडकर बड़े दलित नेता हुए, लेकिन योगेश मंडल बंटवारे के वक्त पाकिस्तान चले गए थे. यह भी पढ़े-लोकसभा चुनाव 2019: सीएम योगी आदित्यनाथ का विवादित ट्वीट, कांग्रेस मुस्लिम लीग वायरस से संक्रमित है, सावधान रहें

योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) बोले कि जब योगेश मंडल ने पाकिस्तान (Pakistan) में दलितों पर अत्याचार देखा तो वह वापस भारत आ गए थे. उन्होंने आरोप लगाया कि महागठबंधन ने मुस्लिम वोटरों का ध्रुवीकरण करने की कोशिश की है, इसलिए बचे हुए समाज को सोचना चाहिए कि उन्हें किसके लिए वोट करना है.

गौरतलब है कि देवबंद की रैली में बहुजन समाज पार्टी (BSP) की प्रमुख मायावती (Mayawati) ने मुस्लिम वोटरों से अपील की थी कि एक मुश्त होकर महागठबंधन के लिए वोट दें, अपना वोट बंटने ना दें.

ज्ञात हो कि चुनाव आयोग (ElectionCommission) ने लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2019) में सभी राजनीतिक दलों और नेताओं से प्रचार अभियान के दौरान जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र आदि के नाम पर ऐसी भावनात्मक अपील करने से बचने को कहा है, जिससे समाज में भेदभाव और तनाव फैलता हो.

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