लोकसभा चुनाव 2019: पीएम मोदी के खिलाफ वाराणसी में विपक्ष को उम्मीदवार ढूंढ़ने के लिए करनी पड़ रही है माथापच्ची

वाराणसी में होने वाले चुनाव के लिए 22 अप्रैल को अधिसूचना जारी की जाएगी और नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 29 अप्रैल है.

पीएम मोदी (Photo Credits: PTI)

लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) का बिगुल बज चुका है और आज (11 अप्रैल) को पहले चरण का मतदान भी खत्म हो चुका है. लोकसभा चुनाव में सबसे अधिक नजरें जिस राज्य पर होती हैं वो है उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) और यहां की वीआईपी सीटों में से एक है वाराणसी (Varanasi), जहां से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) सांसद हैं और इस चुनाव में वे एक बार फिर यहीं से ताल ठोक रहे हैं. वाराणसी में होने वाले चुनाव के लिए 22 अप्रैल को अधिसूचना जारी की जाएगी और नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 29 अप्रैल है. पीएम मोदी 26 अप्रैल को वाराणसी से अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे. वाराणसी में सातवें यानी अंतिम चरण में 19 मई को वोट डाले जाएंगे.

वाराणसी लोकसभा सीट से विपक्ष ने अभी तक किसी उम्मीदवार के नाम का ऐलान नहीं किया है चाहे वो कांग्रेस (Congress) हो या फिर समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल का गठबंधन (SP-BSP-RLD Alliance). इन्हें वाराणसी से पीएम मोदी के खिलाफ उम्मीदवार ढ़ूंढ़ने के लिए माथापच्ची करनी पड़ रही है या हो सकता है कि किसी रणनीति के तहत ये शायद ऐन वक्त पर अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान करें. बहरहाल, संभव है कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा पीएम मोदी के खिलाफ खुद वाराणसी से चुनावी मैदान में उतरें.

प्रियंका गांधी ने पिछले महीने रायबरेली में पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात के दौरान हल्के फुल्के अंदाज में कहा था 'तो क्या मैं बनारस से ना लड़ जाऊं'? हालांकि, प्रियंका ने वाराणसी से चुनाव लड़ने की संभावनाओं के बारे में सीधा सवाल पूछे जाने पर कहा था कि अगर पार्टी उनसे कहेगी तो वह कहीं से भी चुनाव लड़ेंगी. उधर, एसपी-बीएसपी-आरएलडी गठबंधन की तरफ से भी वाराणसी से किसी उम्मीदवार के नाम का ऐलान नहीं किया गया है. संभव है कि प्रियंका के वाराणसी से चुनाव लड़ने पर एसपी-बीएसपी-आरएलडी गठबंधन यहां से कोई उम्मीदवार न उतारे. यह भी पढ़ें- लोकसभा चुनाव 2019: बिहार के भागलपुर में बोले पीएम मोदी, NDA फिर सत्ता में आई तो 'टुकड़े-टुकड़े गैंग' के टुकड़े हो जाएंगे

उधर, भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद रावण ने कुछ दिनों पहले ऐलान किया था कि वे पीएम मोदी के खिलाफ वाराणसी से चुनाव लड़ेंगे. इसके अलावा सैनिकों को दिए जाने वाले भोजन की गुणवत्ता की शिकायत करते हुए ऑनलाइन वीडियो पोस्ट करने के मामले में 2017 में बर्खास्त किए गए जवान तेज बहादूर यादव भी वाराणसी से पीएम मोदी के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे. मद्रास और कलकत्ता हाई कोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश सी. एस. कर्णन भी वाराणसी से पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे. उधर, तमिलनाडु के किसान भी कह रहे हैं कि वे वाराणसी से चुनावी मैदान में उतरेंगे.

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