लोकसभा चुनाव 2019: BSF से निकाले गए जवान तेज बहादुर यादव वाराणसी से नरेंद्र मोदी के खिलाफ लड़ सकते हैं चुनाव
तेज बहादुर यादव का कहना है कि चुनाव लड़कर वो सेना में हो रहे भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाएंगे.
अनुशासनहीनता के आरोप में सीमा सुरक्षा बल (BSF) से 2017 में बर्खास्त किए गए जवान तेज बहादुर यादव (Tej Bahadur Yadav) 2019 के लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2019) के रण में उतरने वाले हैं. दरअसल, तेज बहादुर यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के खिलाफ उत्तर प्रदेश के वाराणसी (Varanasi) सीट से चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. हरियाणा के रेवाड़ी (Rewari) के रहने वाले तेज बहादुर यादव का कहना है कि वह निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर वाराणसी सीट से चुनाव लड़ेंगे. तेज बहादुर का कहना है कि चुनाव लड़कर वो सेना में हो रहे भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाएंगे.
हिन्दुस्तान टाइम्स से बात करते हुए तेज बहादुर ने कहा कि मेरा मकसद इस चुनाव में जीतना या हारना नहीं है बल्कि सेना में हो रहे भ्रष्टाचार के मुद्दे को उजागर करना है. तेज बहादुर का कहना है कि मोदी भ्रष्टाचार मुक्त भारत की बात करते हैं, उन्हीं को देखते हुए उन्होंने सेना में हो रहे भ्रष्टाचार को लेकर आवाज उठाई. दरअसल, जम्मू और कश्मीर की प्रतिकूल परिस्थिति में जवानों को परोसे जाने वाले भोजन की खराब गुणवत्ता को लेकर तेज बहादुर ने एक वीडियो के जरिए सवाल उठाए थे. यह भी पढ़ें- BSF में खराब खाने का वीडियो वायरल करने वाले जवान तेज बहादुर के बेटे ने की खुदकुशी
इस वीडियो के वायरल हो जाने के बाद तेज बहादुर सुर्खियों में आ गए थे. बाद में इस मामले की जांच की गई और इस जांच में तेज बदाहुर को अनुशासनहीनता का दोषी पाया गया था. जिसके बाद उन्हें बर्खास्त कर दिया गया था.